भोपाल। नेताओं के बिगड़े बोल कोई नई बात नहीं है। राजनीति के मैदान में दोनों ही एक दूसरे पर शब्दों के बाण चलाते हैं। ताजा मामला है मध्य प्रदेश का। कांग्रेस महासचिव और मध्य प्रदेश के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तुलना महान क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से करने को इस महान खिलाड़ी का अपमान बताया। भाजपा नेता सिंह ने एक दिन पहले नीमच में एक समारोह में कहा था कि शिवराज सिंह चौहान राजनीति के धोनी हैं। यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। शुरुआत कैसी भी हों लेकिन अच्छा ‘फिनिश’ देकर वह मैदान जीतना जानते हैं। शिवराज ने लोगों की सेवा की है, इसलिए उन्हें जनता का विश्वास प्राप्त होता है।
रक्षा मंत्री के इस बयान के बारे में मंगलवार को पूछे जाने पर सुरजेवाला ने यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में संवाददाताओं से कहा, इससे बड़ा अपमान हमारे क्रिकेटर का शायद किसी ने नहीं किया। शिवराज सिंह चौहान एक ऐसे फिसड्डी खिलाड़ी हैं, जिन्हें ‘ट्रायल’ में भी कोई मौका नहीं देगा। वह बल्ला पकड़कर हिट विकेट करते हैं। वह हिट विकेट खिलाड़ी हैं
खिलाड़ियों की राजनीति पर असहमत सहवाग
वहीं भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने मंगलवार को कहा कि खिलाड़ियों को राजनीति में आने से बचना चाहिए और जो राजनीति में उतरते हैं वे केवल ‘ अहंकार और सत्ता की भूख’ के लिए ऐसा करते हैं। सहवाग ने ट्वीट किया, मेरी राजनीति में कतई दिलचस्पी नहीं है। पिछले दो चुनावों में दोनों बड़ी पार्टियों ने मुझसे संपर्क किया था। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि फिल्मी सितारों और खिलाड़ियों को राजनीति में नहीं उतरना चाहिए क्योंकि अधिकतर अपने अहंकार और सत्ता की भूख के लिए राजनीति में आते हैं और लोगों के लिए मुश्किल से वास्तविक समय निकाल पाते हैं। कुछ अपवाद हो सकते हैं लेकिन अधिकतर पीआर के लिए ऐसा करते हैं। उन्होंने कहा, मुझे क्रिकेट से जुड़े रहना और कमेंट्री करना अच्छा लगता है तथा मेरी अंशकालिक सांसद बनने की कतई इच्छा नहीं है। दरअसल, हाल ही में एक यूजर ने सहवाग से सवाल पूछा था कि उन्हें गौतम गंभीर से पहले सांसद बनना चाहिए था।