Monday, February 3, 2025
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Parliament Budget Session: महाकुंभ में भगदड़ पर संसद में हंगामा, मौत का आंकड़ा जारी करने की मांग, विपक्ष का राज्यसभा से वॉकआउट

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ में कथित कुप्रबंधन के मुद्दे पर तत्काल चर्चा कराए जाने की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने सोमवार को राज्यसभा में भारी हंगामा किया और बाद में सदन से वॉकआउट किया

चर्चा के लिए मिले कुल 9 नोटिस

सुबह सदन की कार्यवाही आरंभ होने के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन को बताया कि उन्हें नियम 267 के तहत चर्चा के लिए कुल 9 नोटिस मिले हैं.
कांग्रेस के प्रमोद तिवारी और दिग्विजय सिंह, तृणमूल कांग्रेस की सागरिका घोष, समाजवादी पार्टी के जावेद अली खान और रामजी लाल सुमन और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के जॉन ब्रिटास ने प्रयागराज महाकुंभ में कथित कुप्रबंधन के मुद्दे पर नोटिस दिए थे जबकि कांग्रेस के ही चंद्रकात हंडोरे और रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संविधान और बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के अपमान की बढ़ती घटनाओं पर नोटिस दिए थे. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के पी संदोष कुमार ने केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी की एक अपमानजनक टिप्पणी के मुद्दे पर नोटिस दिया था.

नोटिस अस्वीकार करने पर विपक्ष का हंगामा

सभापति धनखड़ की ओर से सभी नोटिस अस्वीकार किए जाने के बाद विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के कई सदस्य आसन के निकट आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी. हंगामे के बीच ही धनखड़ ने शून्यकाल आरंभ कराया और थोड़ी देर बाद उपसभापति हरिवंश आसन पर आ गए. विपक्षी दलों के हंगामे के बीच कई सदस्यों ने शून्यकाल के तहत अपने-अपने मुद्दे उठाए. थोड़ी देर हंगामे के बाद विपक्षी दल सदन से वॉकआउट कर गए.

मृतकों की सही संख्या बतानी चाहिए : जया बच्चन

सपा सांसद जया बच्चन ने कहा, “इस देश में अभी सबसे बड़ा मुद्दा है महाकुंभ भगदड़ की घटना है. उन्हें मृतकों की सही संख्या बतानी चाहिए और जनता को सफाई देनी चाहिए. उन्होंने झूठ बोला. व्यवस्थाएं आम आदमी के लिए नहीं बल्कि VIP के लिए थी.”

चिंता का विषय यह है कि आखिर कितनी जाने गई हैं?

RJD सांसद मनोज झा ने महाकुंभ भगदड़ मामले पर कहा, “चिंता का विषय यह है कि आखिर कितनी जाने गई हैं?.महाकुंभ इनसे(भाजपा) पहले भी था और इनके बाद भी होगा, महाकुंभ निरंतर है लेकिन राजनैतिक दल निरंतर नहीं है. लोग जवाबदेही चाहते हैं. इतनी जाने जाएं और सदन को अनभिज्ञ रखना सारे देश को अनभिज्ञ रखने जैसा है.”

Premanshu Chaturvedi
Premanshu Chaturvedihttp://jagoindiajago.news
समाचारों की दुनिया में सटीकता और निष्पक्षता के साथ नई कहानियों को प्रस्तुत करने वाला एक समर्पित लेखक। समाज को जागरूक और सूचित रखने के लिए प्रतिबद्ध।
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