नयी दिल्ली। मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं ने बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की. विपक्ष ने मणिपुर मुद्दे में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया. इससे पहले राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी दलों की ओर से राष्ट्रपति से मुलाकात करने का समय मांगा था. विपक्षी दलों के 21 सांसदो को दल ने मणिपुर क्षेत्र को दौरा भी किया था. और इस मुद्दे पर तत्काल राष्ट्रपति शासन की मांग की थी. साथ ही मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह से इस्तीफें की मांग भी की थी. अब विपक्ष ने मणिपुर मामले पर राष्ट्रपति मुर्मू से हस्तक्षेप का अनुरोध किया है. साथ ही विपक्षी सांसदो ने दावा किया कि भाजपा शासित पूर्वोत्तर राज्य में हिंसा लगातार जारी है.
विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) के कुछ सांसदों ने 29-30 जुलाई को मणिपुर का दौरा किया था. वे राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले विपक्षी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे. विपक्ष मणिपुर हिंसा पर संसद में नियम 267 के तहत चर्चा के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बयान देने की मांग कर रहा है जबकि सत्तारूढ़ गठबंधन मणिपुर पर एक अल्पकालिक चर्चा चाहता है जिस पर जवाब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह देंगे.
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे राष्ट्रपति से मुलाकात करने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए, खरगे ने कहा कि I.N.D.I.A. गठबंधन के 31 सदस्यों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और मणिपुर का दौरा करने वाले 21 सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें वहां की स्थिति के बारे में जानकारी दी. हमने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है। हमने राष्ट्रपति को विशेष रूप से मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, पुनर्वास और अन्य स्थितियों के बारे में जानकारी दी. हमारी मुख्य मांग है कि प्रधानमंत्री को मणिपुर का दौरा करना चाहिए और राज्य में शांति बहाल करने की दिशा में कदम उठाना चाहिए