जयपुर। राजस्थान में शनिवार को ग्रामीण ओलंपिक खेलों का आगाज हुआ. सीएम गहलोत ने राजधानी के SMS स्टेडियम से उद्धाटन किया. सीएम अशोक गहलोत दोनो पैर में चोट लगने के बावजूद उद्धाटन करने मंच पर पहुंचे. यह पहली बार था कि जब सीएम गहलोत के पैर में चोट लगी है और वो किसी सार्वजनिक मंच पर कार्यक्रम में नजर आए. सवाई मानसिंह स्टेडियम से प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
सीएम अशोक गहलोत ने प्रदेश की 11 हजार 252 पंचायतों और 535 नगर निकाय में वर्चुअल ओलिंपिक की शुरुआत की. इस दौरान सीएम अशोक गहलोत के साथ खेल मंत्री अशोक चांदना, क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष कृष्णा पूनिया और राजस्थान कैबिनेट के नेता मौजूद रहे. इस दौरान सीएम गहलोत ने संबोधित करते हुए कहा कि – हिंदुस्तान के इतिहास में हमने पहली बार शहरी और ग्रामीण ओलिंपिक की शुरुआत की है. क्योंकि राजस्थान में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. मैं चाहता हूं, राजस्थान के हर खिलाड़ी को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिले. इसलिए ओलिंपिक का आयोजन किया जा रहा है. सीएम ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि पिछली बार 30 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था. इस बार 58 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए हैं. राजस्थान को देखकर अब देश के दूसरे राज्यों में भी इस तरह के आयोजन करने की तैयारी की जा रही है.
इस दौरान खेल मंत्री अशोक चांदना भी मौजूद रहे. अशोक चांदना ने बताया कि 5 अगस्त से 18 सितम्बर तक आयोजित होने वाले राजीव गांधी ग्रामीण और शहरी ओलिंपिक खेलो में 7-7 खेल प्रतियोगिता आयोजित होगी. इनमें ग्रामीण ओलिंपिक में कबड्डी (बालक-बालिका वर्ग), शूटिंग बॉल (बालक वर्ग), टेनिस बॉल क्रिकेट (बालक-बालिका वर्ग), खो-खो (बालिका वर्ग), वॉलीबॉल (बालक-बालिका वर्ग), फुटबॉल (बालक-बालिका वर्ग) और रस्साकशी (बालिका वर्ग) प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. वहीं शहरी ओलिंपिक में कबड्डी (बालक-बालिका वर्ग), टेनिस बॉल क्रिकेट (बालक-बालिका वर्ग), खो-खो (बालिका वर्ग), वॉलीबॉल (बालक-बालिका वर्ग), एथलेटिक्स (100 मी. 200 मी. एवं 400 मी.), फुटबॉल (बालक वर्ग), बास्केटबॉल (बालक-बालिका वर्ग) प्रतियोगिता होगी. इस अनूठे आयोजन का मकसद राजस्थानियों को फिट और हिट रखना है. जिसमें राजस्थान के हर गली मोहल्ले गांव कस्बे और शहर के खिलाड़ियों ने रिकॉर्ड रजिस्ट्रेशन करवाया है. जो अपने आप में एक अनूठा रिकॉर्ड है.
सीएम गहलोत ने बताया कि राज्य सरकार की ओर राज्य स्तर पर जो टीमें जीतेंगी, उनके गांवों में महात्मा गांधी नरेगा योजना के माध्यम से 50-50 लाख रुपए की लागत के स्टेडियम बनाए जाएंगे. जो खिलाड़ी राज्य स्तर पर चैंपियन बनेंगे, उन्हें होम गार्ड भर्ती में प्राथमिकता मिलेगी. शहरी और ग्रामीण ओलिंपिक में मेडल विजेता खिलाड़ियों को सरकारी कॉलेज में एडमिशन में प्राथमिकता मिले, ऐसी योजना बनाई जाएगी. जिला स्तर पर विजेता खिलाड़ियों को ट्रैक सूट और तहसील स्तर पर विजेता खिलाड़ियों को मेडल, सर्टिफिकेट दिए जाएंगे. खेलों में भाग लेने वाले सभी लगभग 58.51 लाख खिलाड़ियों को टी-शर्ट उपलब्ध करवाई जाएगी.