जोधपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि राज्य में कांग्रेस के खिलाफ कोई ‘सत्ता विरोधी’ लहर नहीं है और कांग्रेस की फिर से सरकार बनेगी। राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को मतदान जारी है। गहलोत ने जोधपुर में मतदान किया। मतदान के बाद उन्होंने कहा, ‘‘राजस्थान में जो माहौल है उसके अनुसार हम कह सकते हैं कि सरकार हमारी बनेगी। राजस्थान में ‘अंडरकरंट’ (समर्थन की शांत लहर) है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में ‘अंडरकरंट’ होने का पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का दावा खोखला है। गहलोत ने कहा, ‘‘उनके दावे खोखले हैं…हमारा दावा ठोस है।’’ उन्होंने कहा कि राजस्थान में चुनाव प्रचार के लिए बाहर से आए भाजपा नेता पांच साल तक यहां नजर नहीं आएंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा के चुनाव अभियान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘ यह चुनाव मोदी का नहीं… विधानसभा चुनाव है। आज के बाद ये सब लोग गायब हो जाएंगे, पांच साल बाद आएंगे। हम लोग यहीं रहेंगे। जनता के बीच जाएंगे उनके सुख दुख में भागीदार रहेंगे। विकास की बात करेंगे। वे नहीं आने वाले।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी गारंटियों की साख बहुत अधिक है। हमारी गारंटी काम करेगी। मोदी की गारंटी फेल हो गई है… सरकार इस बार फिर बनेगी।’’
इससे पहले मुख्यमंत्री ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि कांग्रेस ने अपना अभियान विकास के मुद्दों पर केंद्रित किया जबकि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित भाजपा नेताओं ने ‘भड़काऊ भाषा’ का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री समेत बाहर से आये भाजपा नेताओं ने लोगों को भड़काने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ”जनता समझ गई है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस सरकार दोबारा आएगी।”
भाजपा द्वारा ‘लाल डायरी’ और अन्य मुद्दों पर केवल अशोक गहलोत को ही निशाना बनाए जाने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा नेताओं के दिल में टीस है कि वे खरीद-फरोख्त के तमाम प्रयासों के बावजूद राज्य की चुनी हुई सरकार नहीं गिरा सके।’’ बर्खास्त किए गए एक मंत्री ने दावा किया था कि ‘लाल डायरी’ में मुख्यमंत्री और कई नेताओं के अवैध वित्तीय लेनदेन का ब्योरा है।
राजस्थान की 199 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार सुबह मतदान शुरू हुआ। गंगानगर जिले के करणपुर में कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुन्नर की मृत्यु के बाद चुनाव स्थगित कर दिया गया है।