Pahalgam attack: पहलगाम आतंकी हमले के 2 महीने बाद नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। एनआईए की जांच में खुलासा किया है कि इन दोनों ने हमले को अंजाम देने वाले तीन आतंकियों को पनाह दी थी।
इन घटना में आंतककियों को 26 लोगों को गोली मार हत्या कर दी थी। इन आरापियों के नाम परवेज अहमद जोठार और बशीर अहमद जोठार हैं। सख्त पूछताछ के दौरान के दौरान दोनों ने आतंकियों की पहचान बताई। एनआईए ने पुष्टि की कि आतंकी पाकिस्तानी नागरिक थे और प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से कनेक्शन है।
आतंकवादियों को हिल पार्क में ढोक में दी थी पनाह
एनआईए ने कहा, परवेज और बशीर ने हमले से पहले तीन हथियारबंद आतंकवादियों को हिल पार्क में ढोक (झोपड़ी) में पनाह दी थी। एजेंसी के अनुसार दोनों लोगों ने आतंकवादियों को खाना, आश्रय और उन्हें लाने ले जाने में सहायता प्रदान की थी। इन आतंकवादियों ने 22 अप्रैल को पर्यटकों से उनका धर्म पूछने के बाद हत्या कर दी थी। एनआईए ने दोनों को विधि विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 की धारा 19 के तहत गिरफ्तार किया है। एजेंसी ने कहा कि कहा कि मामले में जांच जारी है।

पहलगाम हमले में हुई थी 26 पर्यटकों की हत्या
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के बायसरन घाटी में एक भयावह आतंकी हमला हुआ, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई और 16 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हृदयविदारक घटना पहलगाम शहर से लगभग 6 किलोमीटर दूर घटी, जब कुछ पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने पहुंचे थे। आतंकियों ने लोगों को उनकी धार्मिक पहचान के आधार पर चुन-चुनकर निशाना बनाया था। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।