वर्तमान में साइबरी ठगी के मामले बढ़ते जा रहे है इसी को लेकर साइबर पुलिस जनता को समय-समय पर बचाव के तरीके बताती रहती है. राजस्थान में साल 2022 में साइबर ठगी को लेकर 1509 एफआईआर दर्ज हुई जिनमें में 1334 मामलों में गिरफ्तारी हुई. इनमें 1012 अपराधी आदतन अपराधी थे. राजस्थान पुलिस ने साइबर क्राइम रोकने के लिए बड़ी कार्रवाई करते हुए 23,492 मोबाइल फोन और 23,270 सिम ब्लॉक की है. प्रदेश में 22,500 व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर आमजन को जागरूक कर रहे हैं. अभी तक राजस्थान पुलिस ने ट्विटर पर 23,083 शिकायतों का समाधान किया है. अभय कमांड सेंटर पर कुल 6373 सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी रखी जा रही हैं.
लेकिन अब ठग भी नए-नए तरीको के माध्यम से आम जन को ठग रहे है. हाल में सामने आया है कि जब आप बैंक के कस्टमर केयर नंबर को गूगल पर सर्च करते है को साइबर ठग अपना नंबर गूगल पर डाल देते है इससे आप ठगी का शिकार हो सकते है ठगी का शिकार होने से बचने के लिए राजस्थान पुलिस मुहिम चला रही है पुलिस ट्वीटर के माध्यम से लोगो को जागरुक कर रही हैं. हाल में कोटा पुलिस ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी साझा की. पुलिस ने बताया कि किसी भी Bank का #CustomerCare Number चाहिए तो आधिकारिक Website से लें। #Google पर Search किए गए नम्बर से कभी ना करें सम्पर्क। ऐसे किसी नम्बर पर संपर्क करने पर आपके साथ ऑनलाइन फ्राड हो सकता है.
दरअसल पिछले कुछ सालों में राजस्थान में साइबर क्राइम के ग्राफ में इजाफा हुआ है. शातिरों पर शिकंजा कसने में पुलिस नाकाम साबित होती दिख रही है. देखा जाए तो पिछले 4 साल में साइबर अपराध के प्रदेश में 6620 मामले आएं हैं.