विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकी पॉक्स (M-Pox Virus) के बढ़ते कहर को देखते हुए इमरजेंसी घोषित कर दी है. WHO ने का है कि कई देशों में इससे जुड़े मामलों में तेजी देखने को मिल रही है,जिसको ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है.यही नहीं इस वायरस के चलते सैकड़ों लोगों की जान भी जा चुकी है.
पाकिस्तान में मिला इस साल मंकी पॉक्स का पहला मामला
मध्य और पूर्वी अफ्रीका से शुरू हुआ यह संक्रमण अब भारत के करीब तक पहुंच गया हैं.पाकिस्तान में मंकी पॉक्स का इस साल यह पहला मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार सऊदी अरब से लौटे शख्स में यह घातक वायरस पाया गया है.स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने आगे कहा कि उन्होंने संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों के सैंपल लिए हैं.
2022 में भी वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल किया था घोषित
बीते 2 वर्षों में दूसरी बार है जब एमपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है.इससे पहले जुलाई 2022 में एमपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया था. उस समय इस वायरस ने एक या दो नहीं, बल्कि 100 से भी अधिक देशों में अपना कहर दिखाया था. इससे 200 से भी ज्यादा लोगों की मौत उन दिनों हुई थी.
एमपॉक्स का नया वैरियंट एमपॉक्स क्लेड 1
WHO के महानिदेशक ट्रेड्रोस एडनॉम ने कहा कि एमपॉक्स का नया वैरियंट एमपॉक्स क्लेड 1 महामारी की तरह फैल रहा है. कांगो प्रांत में इसका तेजी से फैलना और कई पड़ोसी देशों में इसके मामलों की जानकारी मिलना बहुत चिंताजनक है. बता दें कि इससे पहले सीडीसी यानी अफ्रीका सेंटर फॉर डिजीज ने इसे पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया था. सेंटर ने कहा था कि मंकी पॉक्स पिछली बार से ज्यादा चिंताजनक है.उन्होंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि नया वैरिएंट ज्यादा घातक है.
अब तक 14 हजार से ज्यादा मामले आ चुके सामने
कांगों में अब तक इसके 14 हजार के ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.इसमें 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.मंकी पॉक्स पड़ोसी देशों केन्या,रवांडा,युगांडा और बरुंडी जैसे देशों में फैल गया है.
स्वीडन में सामने आया एमपॉक्स का पहला मामला
स्वीडन में स्वीडन में एमपॉक्स का पहला मामला सामने आया है. WHO ने पुष्टि की है कि यह अफ्रीका के बाहर एमपॉक्स का पहला मामला है.स्वीडन के स्वास्थ्य मंत्री जैकब फोर्समेड ने गुरुवार को कहा, एमपॉक्स के अधिक गंभीर प्रकार, जिसे क्लेड कहा जाता है का मामला सामने आया है.
क्या है मंकी पॉक्स ?
मंकी पॉक्स नजदीकी संपर्क से फैलता है. ये एक संक्रामक रोग हैं. ये वायरस यौन संबंध बनाने से,स्किन से संपर्क होने पर और संक्रमित इंसान के करीब आने से फैलता है.यह वायरस हवा के जरिए नहीं फैलता है.
मंकीपॉक्स के लक्षण
एमपॉक्स से संक्रमित होने पर शुरुआत में बुखार आता है. पूरे शरीर में चकत्ते पड़ने लगते हैं.ये चकत्ते चेहरे और गुप्तांगों पर भी हो सकते हैं.ये सफेद और पीले फुंसी का भी रूप ले सकते हैं जिसमें मवाद भर जाती है. इन चकत्तों में खुजली और दर्द होता है. इसके अलावा बुखार, सिरदर्द, मांस पेशियों में दर्द हो जाता है.