जयपुर। हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर 18 दिन बाद अपना पद संभालेंगी. राजस्थान हाई कोर्ट से राहत मिलने के बाद मेयर मुनेश गुर्जर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि फिलहाल यह मामला कोर्ट में पेंडिंग है. और जयपुर की जनता ने मुझे बहुत प्यार दिया है, इसलिए अब उस प्यार के कर्ज को मैं जनता की सेवा कर उतरना चाहती हूं. मेरे परिवार के इस बुरे वक्त भी कांग्रेस के कार्यकर्ता और पार्षद हमारे साथ खड़े रहे थे जिससे मुझे बहुत हिम्मत और ताकत मिली.
पिछले दिनों मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर को एसीबी द्वारा 2 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया था. इसके बाद सीएम गहलोत ने मेयर मुनेश गुर्जर को पद से बर्खास्त कर दिया था. जिसके बाद मुनेश गुर्जर ने हाई कोर्ट की शरण ली. वहां से मुनेश गुर्जर को हाइ कोर्ट ने बड़ी राहत देते हुए निलंबन के आदेश पर रोक लगा दी. राजस्थान हाइकोर्ट ने कहा कि राज्य सरकार बिना प्राथमिक जांच के मेयर को निलंबित नहीं कर सकती. निलंबन में सरकार ने जो कानूनी प्रक्रिया अपनाई है, वह पूरी तरह गलत है.
हाईकोर्ट द्वारा मेयर मुनेश गुर्जर का राहत देने के फैसले पर डिप्टी मेयर असलम फारूखी ने भी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अगर किसी इंसान को लगता है कि उसके साथ गलत हुआ है. तो वह कोर्ट का सहारा लेता है. इसी तरह मेयर मुनेश गुर्जर ने भी कोर्ट का सहारा लिया था. जहां कोर्ट ने भी माना उनके साथ गलत हुआ है, इसलिए अब कोर्ट ने उन्हें इंसाफ दिया है. जो न सिर्फ मुनेश गुर्जर और उनके परिवार बल्कि, निगम के पार्षदों और कांग्रेसी नेताओं के लिए खुशी किया बात है.