रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने बुधवार को दावा किया कि सनातन धर्म को नष्ट करने की बात करने वाला विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) अब राज्यों में भी टिक नहीं पाएगा।
बिलासपुर और मुंगेली जिलों में भाजपा की परिवर्तन यात्रा में शामिल होने के लिए छत्तीसगढ़ पहुंचे तिवारी ने राजधानी रायपुर में विमानतल पर संवाददाताओं के साथ बातचीत में यह दावा किया। तिवारी ने साथ ही कहा कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आगामी विधानसभा चुनावों में सांसदों को मैदान में उतारने की भाजपा की रणनीति से पता चलता है कि पार्टी चुनावों को कितनी गंभीरता से ले रही है। छत्तीसगढ़ राज्य में इस वर्ष के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों के लिए जारी अपनी दूसरी सूची में भाजपा ने 7 सांसदों को मैदान में उतारा है। इनमें 3 केंद्रीय मंत्री और 1 राष्ट्रीय महासचिव शामिल हैं।
कांग्रेस ने दावा किया है कि भाजपा के पास विधानसभा चुनावों के लिए चेहरे नहीं हैं इसलिए वह छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में सांसदों को चुनाव मैदान में उतार रही है। इस बारे में पूछे जाने पर तिवारी ने कहा यदि सांसद विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं तो यह स्पष्ट है कि हम चुनावों को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। अगर वे (कांग्रेस) सोचते हैं कि हम चुनावों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं तो यह उनकी रणनीति है। तिवारी ने कहा सबसे बड़ी बात यह है कि वे (कांग्रेस) किस आधार पर जीतेंगे? उन्होंने एक गठबंधन बनाया है जिसका कहना है कि वह सनातन धर्म को नष्ट कर देगा। सुशासन के मामले में वे (कांग्रेस) भाजपा या राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से आगे नहीं हैं। यदि वे सनातन धर्म को नष्ट करने के एजेंडे के साथ आगे बढ़ रहे हैं तो मुझे नहीं लगता कि वे किसी भी राज्य में टिक पाएंगे।
तमिलनाडु के मंत्री और द्रमुक नेता उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से करने और इसके उन्मूलन का आह्वान करने के बाद भाजपा कांग्रेस पर निशाना साध रही है। द्रमुक, 2 दर्जन से अधिक विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) का एक घटक है। भाजपा सांसद तिवारी ने छत्तीसगढ़ में पार्टी की परिवर्तन यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि परिवर्तन की लहर राज्य की सड़कों, गांवों और शहरों में साफ महसूस की जा सकती है। उन्होंने कहा कि लोग राज्य में कांग्रेस के कुशासन के खिलाफ स्वेच्छा से खड़े हो रहे हैं।