इंफाल। मणिपुर पुलिस ने राज्य के कांगपोकपी जिले में 4 मई को 2 आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने के संबंध में 5वें व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी उम्र लगभग 19 वर्ष है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
आरोप है कि भीड़ ने महिलाओं का छोड़ने से पहले उनका यौन उत्पीड़न किया। बुधवार को इस घटना का 26 सेकेंड का वीडियो सामने आया था। बी. फाइनोम गांव में महिलाओं की परेड कराने वाली भीड़ में शामिल रहे व्यक्ति को 1 महिला को घसीटते हुए देखा गया था। यह व्यक्ति घटना की व्यापक निंदा होने के बाद गुरुवार को गिरफ्तार किए गए 4 लोगों के साथ शामिल था।
पुलिस ने कहा कि इन 4 लोगों को शुक्रवार को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। जिन 2 महिलाओं के साथ यह शर्मनाक घटना हुई, उनमें से एक भारतीय सेना के पूर्व जवान की पत्नी है, जिसने असम रेजिमेंट में सूबेदार के रूप में सेवाएं दी थीं और करगिल युद्ध में भी हिस्सा लिया था।
घटना से जुड़े वीडियो को लेकर कांगपोकपी जिले के सैकुल पुलिस थाने में 21 जून को शिकायत दर्ज कराई गई थी।
मामले में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, भीड़ ने 4 मई को एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी, जिसने कुछ लोगों को अपनी बहन से दुष्कर्म करने से रोकने की कोशिश की थी। प्राथमिकी के मुताबिक, इसके बाद 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया और दूसरे लोगों के सामने ही उनका यौन उत्पीड़न किया गया।
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की बहुसंख्यक मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में 3 मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।