सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले से एक दिल कपा देने वाला मामला सामने आया है यहा पर एक 10 साल की मासूम के साथ जघन्य अपराध की सूचना मिली है, मां शारदा प्रबंधन समिति में कार्यरत दो कर्मचारियों ने 10 साल की मासूम के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया है. इतना ही नही आरोपियों ने मासूम के साथ रेप करके उसे मरणासन्न स्थिति में छोड़ दिया. आरोपियों ने उसके प्राइवेट पार्ट में लाठी तक डाल दी. दुष्कर्म पीड़िता को प्रथामिक उपचार के बाद रीवा रेफर कर दिया गया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इस घटना के बाद से मैहर में जनाता को गुस्सा देखने को मिला.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता मैहर थाना क्षेत्र के अंधरा टोला की निवासी है. पीड़िता अपने घर से मां शारदा धाम जा रही थी. नहर के किनारे से जाते वक्त आरोपी रवि चौधरी ने मासूम लड़की को पकड़ लिया. आरोपी ने दोस्तों के साथ मिलकर झाडियों के पीछे न केवल दुष्कर्म किया रेप करने की बाद नाबालिग के प्राइवेट पार्ट में लाठी डाल दी. लाठी डालने की वजह से काफी खून बहा.
सतमा जिले के मैहर में यह घटना सुबह 7 बजे की है. आरोपी अतुल बढ़ोलिया और रवि चौधरी मैहर के मां शारदा प्रबंधन समिति के कर्मचारी है. मैहर थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ पाक्सो एक्ट में केस दर्ज कर लिया है तथा दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस घटना के बाद मां शारदा का पवित्र धाम कलंकित हुआ. वारदात की सूचना मिलते ही मैहर एसडीएम सुरेश जाधव, एसडीओपी लोकेश डावर, तहसीलदार जितेन्द्र सिंह पटेल मौके पर पहुंचे और परिजनों को कठोर कार्रवाई का भरोसा दिया
रेप की वारदात पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि ‘मैहर में बेटी के साथ दुष्कर्म की जानकारी मिली है, मन पीड़ा से भरा हुआ है, व्यथित हूं मैंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि कोई भी अपराधी बचना नहीं चाहिए. पुलिस ने अपराधियों को गिरफ्तार किया है. प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि बेटी को समुचित इलाज की व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा कि कठोरतम कार्रवाई की जाएगी.
राज्य के पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि ‘मैहर में छोटी बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना अत्यंत निंदनीय है. बच्ची के साथ निर्भया कांड की तरह अमानवीय व्यवहार किए जाने की बात भी सामने आ रही है. प्रदेश में आए दिन बच्चियों के साथ अत्याचार की घटनाओं ने साबित कर दिया है कि शिवराज सरकार बहन-बेटियों को सुरक्षा देने में पूरी तरह नाकाम हो चुकी है. मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि बेटी को अच्छे से अच्छा उपचार उपलब्ध कराया जाए और उसे तत्काल एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए.