नई दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने रविवार को यहां ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) गठबंधन की ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली में अपने पति का प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत से जारी संदेश पढ़ते हुए कहा कि अत्याचार नहीं चलेगा और अरविंद केजरीवाल को लंबे समय तक सलाखों के पीछे नहीं रखा जा सकता.
”क्या केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए ?”
सुनीता ने किसी राजनीतिक रैली में अपने पहले भाषण में लोगों से यह भी सवाल किया कि क्या केजरीवाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.उन्होंने कहा, ‘भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) मुख्यमंत्री केजरीवाल के इस्तीफे की मांग कर रही है.क्या उन्हें इस्तीफा देना चाहिए.क्या उनकी गिरफ्तारी उचित है. वह एक शेर हैं.वे उन्हें लंबे समय तक सलाखों के पीछे नहीं रख पाएंगे.
सुनीता ने उनके पति को आशीर्वाद देने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया.उन्होंने कहा, ‘यह अत्याचार नहीं चलेगा.मेरे पति को बहुत आशीर्वाद मिल रहा है.केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 21 मार्च को दिल्ली की अब समाप्त हो चुकी आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया था. वह 1 अप्रैल तक ईडी की हिरासत में हैं.
केजरीवाल के संदेश में क्या था ?
केजरीवाल के संदेश में ‘इंडिया’ गठबंधन की ओर से 6 गारंटी शामिल थीं – निर्बाध बिजली आपूर्ति, गरीबों के लिए मुफ्त बिजली, सरकारी स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक और मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल, किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य और दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य का दर्जा.उन्होंने कहा,”दिल्ली के लोगों ने पिछले 75 वर्षों से अन्याय का सामना किया है.उनकी सरकार पंगू थी.यदि ‘इंडिया’ गठबंधन सत्ता में आता है तो हम दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाएंगे.”
सुनीता ने अपने पति का संदेश पढ़ते हुए कहा, ‘अगर आप (जनता) ‘इंडिया’ गठबंधन को मौका देंगे तो हम एक महान राष्ट्र का निर्माण करेंगे.उन्होंने कहा, ‘भारत माता पीड़ा में हैं.उन्हें तब दुख होता है जब लोगों को निर्बाध बिजली नहीं मिलती है या जब किसी की उपचार के अभाव में मृत्यु हो जाती है.”
लोकसभा चुनाव से पहले ‘इंडिया’ गठबंधन के नेता केजरीवाल की गिरफ्तारी की पृष्ठभूमि में विपक्षी एकता का प्रदर्शन करते हुए यहां रामलीला मैदान में ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली में एकसाथ आए.
इंडिया गठबंधन की महारैली में ये नेता रहे मौजूद
इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी,राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के नेता शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव सीताराम येचुरी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव डी. राजा, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती, नेशनल कान्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन उपस्थित थे.