नई दिल्ली। कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर रविवार को बवाना से जनसभा और प्रतिज्ञा रैली के साथ जवाब दो-हिसाब दो अभियान के पहले चरण की शुरुआत की। रैली का नेतृत्व कर रहे दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि इसका उद्देश्य 2024 के आम चुनाव में दिल्ली की सभी 7 सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों को हराने की शपथ लेना था।
राष्ट्रीय राजधानी में लोकसभा की 7 सीटें हैं और 2019 के चुनाव में सभी सीटो पर केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जीत दर्ज की थी। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के बवाना में झंडा चौक पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी के झंडे के साथ जुटे और केंद्र के खिलाफ नारेबाजी की। रैली स्थल पर पहुंचने से पहले लवली ने रिंग रोड के ब्रिटानिया चौक पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और इसके बाद वह मधुबन चौक पहुंचे जहां स्थानीय समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया। लवली ने रिठाला मेट्रो स्टेशन के पास छोटी जनसभा की और इसके बाद बवाना के लिए रवाना हो गए।
रैली का पूरा रास्ता कांग्रेस के झंडों और पार्टी नेता राहुल गांधी के पोस्टर से पटा पड़ा था। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मधुबन चौक पर कई छात्रों से भी मुलाकात की। अभियान शुरू करने के दौरान लवली के अलावा पूर्व सांसद कृष्णा तीरथ, दिल्ली के पूर्व मंत्री हारून युसूफ, पूर्व सांसद रमेश कुमार और उदित रात, राजकुमार चौहान, नरेंद्र नाथ, देवेंद्र यादव, राजेश लिलोठिया भी मौजूद रहे। प्रतिज्ञा रैली में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए लवली ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार ने और राष्ट्रीय राजधानी की आम आदमी पार्टी(आप) सरकार ने दिल्ली के 365 गांवों के लोगों को अपनी ही जमीन पर शरणार्थी बना दिया है। लवली ने कहा दिल्ली के ग्रामीणों पर गृह कर लगाना न केवल अपराध है बल्कि नियम-कायदों का उल्लंघन है। केंद्र और दिल्ली सरकार ने दिल्ली के 365 गांवों के लोगों को अपनी ही जमीन पर शरणार्थी बना दिया है।