अपनी मां का सपना साकार करने वाले युवा बल्लेबाज रिंकू सिंह ने कहा कि कठिन परिस्थितियों में जीने और अपने माता पिता को अच्छी जिंदगी देने की अदम्य इच्छा ने उनके लिए भारतीय टीम में जगह बनाने का मार्ग प्रशस्त किया। रिंकू ने इंडियन प्रीमियर लीग शानदार प्रदर्शन किया जिसके कारण वह आयरलैंड के खिलाफ टी20 श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में जगह बनाने में सफल रहे। रिंकू ने कहा भारतीय टीम में शामिल होने के लिए मैंने काफी पसीना बहाया। खेल के प्रति मेरे जुनून से मुझे समर्थन की कमी और वित्तीय परेशानियों से निपटने में मदद मिली।
इस 25 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा एक चीज जिसने मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया, वह थी अपने परिवार को अच्छी जिंदगी देना और यह तभी संभव था जबकि मैं खेल में आगे बढ़ता। मेरे अंदर आत्मविश्वास था और उसने मुझे मजबूत बनाया और मुझे आगे बढ़ने में मदद की। रिंकू को वेस्टइंडीज के खिलाफ श्रृंखला के लिए नहीं चुना गया लेकिन आयरलैंड के खिलाफ श्रृंखला शुरू होने से पहले ही उनका सपना साकार हो गया। बारिश से प्रभावित पहले मैच में हालांकि उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला।
रिंकू से पूछा गया कि भारतीय टीम में शामिल किए जाने पर उनके परिवार की क्या प्रतिक्रिया थी, उन्होंने कहा वे बहुत खुश थे। मेरी मां हमेशा मुझसे कहती रहती थी कि अगर मुझे भारतीय टीम में जगह बनानी है तो कड़ी से कड़ी मेहनत करनी होगी और अब मैंने भारतीय टीम में जगह बना ली है, इसलिए मैं उनका सपना जी रहा हूं। उन्होंने कहा कि वह अपने माता-पिता को गरीबी से निजात दिलाने के लिए बेताब थे। रिंकू ने कहा मैंने अपने परिवार के वित्तीय संघर्ष को देखा है और मैं क्रिकेट के जरिए उन्हें इससे बाहर निकालने में मदद करना चाहता था। उन्हें इन परेशानियों से बाहर निकालने की तीव्र इच्छा ने मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इसने मुझे कड़ी मेहनत करने और अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रेरित किया।