कोलकाता, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष को एक महिला चिकित्सक के कथित दुष्कर्म और हत्या मामले की जांच के संबंध में लगातार तीसरे दिन पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है.
शनिवार 13 घंटे की गई पूछताछ
जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा, ”घोष से शनिवार सुबह 10 बजे से मध्यरात्रि तक करीब 13 घंटे पूछताछ की गई. उन्हें रविवार सुबह फिर से पेश होने के लिए कहा गया है, क्योंकि CBI अधिकारियों को उनसे कई और सवाल पूछने हैं.”
CBI के पास सवालों की पूरी फेहरिस्त
CBI अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ”पूर्व प्राचार्य को आज सुबह 11 फिर से आने के लिए कहा गया है.हमारे पास उनसे पूछने के लिए सवालों की एक फेहरिस्त है.उन्होंने बताया कि घोष को चिकित्सक की मौत की खबर मिलने के बाद उनकी भूमिका स्पष्ट करने के लिए कहा गया है कि उन्होंने किससे संपर्क किया और (पीड़िता के) माता-पिता को करीब 3 घंटे तक का इंतजार क्यों कराया.
”क्या अपराध के पीछे कोई साजिश थी”
अधिकारी के अनुसार, पूर्व प्राचार्य से यह भी पूछा गया कि घटना के बाद अस्पताल की आपातकालीन इमारत के सेमीनार हॉल के पास कमरों की मरम्मत का आदेश किसने दिया था. उन्होंने कहा,”हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या अपराध के पीछे कोई साजिश थी या पहले से इसकी योजना बनाई गई थी. प्राचार्य क्या कर रहे थे और क्या वह किसी भी तरीके से घटना में शामिल हैं.”
अब तक 20 से अधिक लोगों से की जा चुकी पूछताछ
सीबीआई अधिकारी के मुताबिक, घोष के जवाबों का मिलान वारदात की रात को चेस्ट मेडिसिन विभाग में ड्यूटी पर मौजूद अन्य चिकित्सकों और प्रशिक्षुओं के बयानों से किया जाएगा.अभी तक सीबीआई ने अपनी जांच के संबंध में कोलकाता पुलिस के कई अधिकारियों समेत 20 से अधिक लोगों से पूछताछ की है.
घोष ने मीडिया के सवालों का जवाब देने से किया इनकार
घोष ने रविवार देर रात को सॉल्ट लेक में सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित CBI कार्यालय से निकलते वक्त मीडिया के सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया.सीबीआई अधिकारियों ने सबसे पहले शुक्रवार को घोष से पूछताछ की थी. इसके बाद उन्हें शनिवार को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था.
घोष ने अपने ऊपर हमले का जताया था डर
घोष ने 9 अगस्त को महिला चिकित्सक का शव मिलने के 2 दिन बाद प्राचार्य पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने अपने ऊपर हमले का डर जताया था, जिसके बाद उनके वकील ने कलकत्ता उच्च न्यायालय से सुरक्षा मांगी थी. अदालत ने उन्हें एकल पीठ के पास जाने का निर्देश दिया था. परास्नातक प्रशिक्षु चिकित्सक का शव 9 अगस्त को आर जी कर अस्पताल के सेमिनार कक्ष में मिला था. पुलिस ने इस सिलसिले में अगले दिन एक आरोपी को गिरफ्तार किया था.