नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली इन दिनों दुल्हन की तरह सजी हुई है. भारत में G20 के 18 वें शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा हैं. सितबंर महीने की 9-10 तारीख को जी-20 समिट का आयोजन होना है. इस आयोजन की तैयारी लंबे समय से राजधानी में चल रही थी. G0 के आयोजन के लिए राजधानी दिल्ली में सुरक्षा के लिहाज से पुख्ता इंतजाम किए गए है. लेकिन G 20 सम्मेलन के आयोजन के पीछे के क्या-क्या कारण होते है. G20 का पूरा बहीखाता जानिए इस स्पेशल रिर्पोट में.
G20 शब्द का अर्थ
G20 शब्द से आश्य है कि ग्लोबल में 20 देशों का समूह. हर साल इन 20 देशों के हेड ऑफ स्टेट एक जगह मिलकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हैं. G20 की बैठको में पहले सिर्फ वित्त मंत्री ही शामिल होते थे. लेकिन बाद में इसका लेवल बढ़ा दिया गया. अब G20 की बैठको में राष्ट्र अध्यक्ष भी शामिल होते हैं.
G20 की ऐसे हुई शुरुआत
साल 1999 से पहले एशिया दीप समूह के दशों पर आर्थिक संकट आया था. इसी मुद्दे को लेकर जर्मनी में जी8 देशों की बैठक का आयोजन हुआ. बैठक के बाद जी20 का गठन किया गया. जी20 बैठक में दुनिया के 20 मजबूत अर्थव्यवस्था वाले देशों के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गर्वनर को बुलाया गया।
कहां और कब हुआ था G20 की पहली बैठक का आयोजन ?
G20 की पहली बैठक का आयोजन 2008 में हुआ था. जी 20 की पहली बैठक की मेजबानी अमेरिका ने की थी. अमेरिका के वॉशिंगटन शहर में पहला जी 20 के सम्मेलन का आयोजन हुआ. कुल मिला कर अब तक जी 20 की 17 बैठकों का आयोजन हो चुका हैं. 9 सितबंर को होने वाला जी 20 शिखर सम्मेलन 18वां सम्मेलन है.
क्यो है G 20 संगठन महत्तवपूर्ण ?
जी 20 संगठन को बहुत अहम माना गया है. इस संगठन में शामिल देशों का वैश्विस जीडीपी, व्यापार आदि में काफी हिस्सा है. देखा जाए तो दुनिया की 85 फीसदी जीडीपी का हिस्सा इन देशों के पास है. जी20 बैठको को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार जी तोड़ मेहनत कर रही है.
G 20 में शामिल देश ?
G20 संगठन में भारत के साथ-साथ अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, फ़्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, रिपब्लिक ऑफ़ कोरिया, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किए, यूनाइटेड किंगडम, यूरोपियन यूनियन और अमेरिका देश शामिल हैं. जी-20 को कई लोग ग्लोबल से जोड़ते हैं लेकिन ऐसा नहीं है. जी20 में जी का मतलब ग्रुप से है. जी 20 में शामिल इन देशों को ग्रुप ऑफ ट्वेंटीज कहा जाता है. भारत में होने वाला जी 20 शिखर सम्मेलन अब तक का सबसे बड़ा सम्मेलन हैं. G20 सदस्य देशों में वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85%, वैश्विक व्यापार का 75% से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी है. इन देशो के अलावा जी 20 में बांग्लादेश, ईजिप्ट, मॉरिशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन, और संयुक्त अरब अमीरात को अतिथि देशों के रुप में शामिल किया गया हैं.
G 20 की कार्यशैली
G20 अध्यक्षता के तहत एक वर्ष के लिए G20 एजेंडा का संचालन किया जाता है और शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाता है. G20 में दो समानांतर ट्रैक होते हैं: वित्त ट्रैक और शेरपा ट्रैक. वित्त मंत्री और सेंट्रल बैंक के गवर्नर वित्त ट्रैक का नेतृत्व करते हैं जबकि शेरपा ट्रैक का नेतृत्व शेरपा करते हैं.
अब तक के G20 सम्मेलन
- 2009 – दी लंदन समिट 2009 (UK)
- 2010- G 20 टोरंटो (Canada)
- 2010- सियोल शिखर सम्मेलन घोषणा (South Korera)
- 2011- G 20 फ्रांस न्यू वर्ल्ड न्यू आइडिया (France)
- 2012- G20 मैक्सिको (Mexico)
- 2013- G20 (Saint Petersburg)
- 2014- G20 (Australia)
- 2015- G20 (Turkey)
- 2016- G20 (China)
- 2017- G20 (Germany)
- 2018- G20 (Argentina)
- 2019- G20 (Japan)
- 2020- G20 ( Saudi Arabia)
- 2021- G20 (Italia)
- 2022- G20 (Indonesia)