Tarique Rahman Returns Bangladesh: बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान ढाका पहुंच गए हैं. रहमान अपनी पत्नी ज़ुबैदा रहमान और बेटी ज़ैमा रहमान के साथ बिमान बांग्लादेश एयरलाइंस की फ्लाइट से ढाका के हज़रत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंचे. स्वदेश लौटने पर उनके भव्य स्वागत में जनसैलाब उमड़ पड़ा है. एयरपोर्ट से उनके आवास तक निकाले गए रोड शो में करीब 50 लाख BNP कार्यकर्ताओं के शामिल होने का दावा किया गया.
#WATCH | Dhaka | BNP (Bangladesh Nationalist Party) supporters gather outside the Dhaka Airport, as the party's acting chairman, Tarique Rahman, has landed in Bangladesh. pic.twitter.com/4rGoGRIYsS
— ANI (@ANI) December 25, 2025
बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता
रहमान ऐसे वक्त में बांग्लादेश वापस लौटे हैं जब देश में राजनीतिक अस्थिरता और विरोध-प्रदर्शन की एक नई लहर है और फरवरी में संसदीय चुनाव होने वाले हैं. बांग्लादेश में प्रमुख युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी हैं.
#WATCH | Dhaka | BNP (Bangladesh Nationalist Party) supporters march to the Dhaka Airport, where the party's acting chairman Tarique Rahman will soon arrive. He is returning to Bangladesh after living in London in exile for 17 years. pic.twitter.com/nWBgTXJA4k
— ANI (@ANI) December 25, 2025
2008 में छोड़ दिया था बांग्लादेश
तारिक रहमान, पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के पुत्र और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के अहम नेता हैं. वर्ष 2008 में भ्रष्टाचार सहित कई आरोपों के चलते वह लंदन चले गए थे। शेख हसीना सरकार के पतन के बाद अदालतों ने उन्हें इन मामलों में राहत देते हुए बरी कर दिया, जिसके बाद उनके देश लौटने का रास्ता साफ हो गया.
तारिक रहमान की वापसी के भारत के लिए क्या मायने ?
शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद बनी अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस के दौर में भारत और बांग्लादेश के रिश्तों में खटास आई है। यूनुस सरकार ने पाकिस्तान के साथ अपने संबंध मजबूत किए हैं, जबकि भारत से दूरी बढ़ती नजर आ रही है। इसी बीच अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं पर हमलों में इजाफा हुआ है और कट्टरपंथी तत्वों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। हालांकि तारिक रहमान पहले भारत-विरोधी बयान दे चुके हैं, लेकिन हालिया रुख में नरमी के संकेत दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने ‘बांग्लादेश फर्स्ट विदेश नीति की बात कही है. उन्होंने कहा है-‘न दिल्ली, न पिंडी, बांग्लादेश सबसे पहले. भारत ने भी बीएनपी नेतृत्व के साथ संवाद स्थापित किया है और तारिक रहमान की मां व पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बीमारी पर सहानुभूति जताते हुए उनके इलाज की पेशकश की थी. माना जा रहा है कि यदि बीएनपी सत्ता में आती है तो वह भारत के साथ संतुलित और व्यावहारिक संबंध बनाए रखेगी, साथ ही पाकिस्तान से भी सीमित दूरी रखने के संकेत दे रही है.
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