बेंगलुरु,जनता दल सेक्युलर (जदएस) ने कथित ‘सेक्स स्कैंडल’ में संलिप्तता के लिए हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना को मंगलवार को पार्टी से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.हुब्बल्ली में पार्टी की कोर समिति ने राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा से रेवन्ना के निलंबन की सिफारिश की थी, जिसके चंद मिनटों बाद ही हासन के सांसद को निलंबित कर दिया गया.
निलंबन आदेश में क्या कहा गया ?
निलंबन आदेश में कहा गया है, ”हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना द्वारा महिलाओं के कथित उत्पीड़न के वीडियो सोशल मीडिया और मीडिया में व्यापक रूप से प्रसारित हो रहे हैं, जिसके चलते पार्टी और आलाकमान को भारी शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है.”
मामले की जांच के लिए कर्नाटक की कांग्रेस सरकार द्वारा विशेष जांच दल गठित किये जाने का जिक्र करते हुए आदेश में कहा गया है, ”मामले को देखते हुए और अनुशासन के उल्लंघन एवं दंड के लिए जदएस के संविधान एवं नियमों के अनुसार, प्रज्वल रेवन्ना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.”पार्टी महासचिव के आर शिवकुमार द्वारा हस्ताक्षरित निलंबन आदेश जदएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की मंजूरी के बाद मीडिया में जारी किया गया.
हासन से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-जदएस गठबंधन के उम्मीदवार प्रज्वल (33) एच.डी. देवेगौड़ा के बड़े बेटे एच.डी. रेवन्ना के बेटे हैं, जो विधायक और पूर्व मंत्री हैं.प्रज्वल के चाचा एच.डी. कुमारस्वामी जदएस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष हैं.हासन में दूसरे चरण के तहत शुक्रवार, 26 अप्रैल को मतदान हुआ है.
कोर कमेटी की बैठक के बाद हुब्बल्ली में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए समिति के प्रमुख और विधायक जी.टी. देवेगौड़ा ने कहा, ”प्रज्वल रेवन्ना पर लगे आरोपों के संबंध में कर्नाटक सरकार ने SIT गठित की है और उन्होंने जांच शुरू कर दी है, जिसका हम स्वागत करते हैं. चूंकि जांच जारी है और रिपोर्ट आना अभी बाकी है इसलिए हमने प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं करने व जांच में पूरा सहयोग देने का फैसला किया है.”
उन्होंने पूर्व में कहा था, ”हमने उन्हें (प्रज्वल को) पार्टी से निलंबित करने के लिए सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव तैयार किया है और इस संबंध में अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष एच.डी. देवेगौड़ा से सिफारिश भी की है.चूंकि वह (प्रज्वल) लोकसभा सदस्य हैं इसलिए राष्ट्रीय अध्यक्ष को ही कार्रवाई करनी होगी.हमने उनसे तुरंत कार्रवाई करने को कहा है.”
कोर कमेटी की बैठक में जदएस की राज्य इकाई के अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी और अन्य सदस्यों ने हिस्सा लिया था.कुमारस्वामी ने कहा कि प्रज्वल को निलंबित करने का निर्णय लिया गया है और निलंबन की अवधि SIT जांच रिपोर्ट व उस पर सरकार की कार्रवाई पर आधारित है.उन्होंने कहा, ”हम एसआईटी जांच का स्वागत करते हैं.निलंबन तब तक है जब तक एसआईटी प्रज्वल की भूमिका पर रिपोर्ट नहीं दे देती.अगर रिपोर्ट में साफ हो जाता है कि वह दोषी है तो उसे स्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाएगा.”