RCB Victory Parade Tragedy: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू की विक्ट्री परेड के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ को सरकारी की जांच रिपोर्ट सामने आई है. जिसमें भगदड़ के लिए RCB (रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू) को जिम्मेदार ठहराया गया है. सिद्धारमैया सरकार ने अपनी विस्तृत रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौंप दी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि आरसीबी ने बिना पुलिस इजाजत के विक्ट्री परेड का आयोजन किया था.
विराट कोहली के नाम जिक्र कर कही ये बात
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि बड़ी संख्या में लोगों के जमा होने के पीछे विराट कोहली का वीडियो भी एक कारण था. बताया गया है कि विराट ने वीडियो के माध्यम से लोगों से विक्ट्री परेड में आने की अपील की थी. जिसकी वजह बड़ी संख्या में फैंस की भीड़ जमा हो गई.
विक्री परेड के लिए पुलिस से नहीं ली थी इजाजत
रिपोर्ट के अनुसार, RCB ने 3 जून को जिस दिन टीम ने 18 वर्षों बाद IPL खिताब जीता केवल पुलिस को संभावित विक्ट्री परेड की जानकारी दी थी, लेकिन कानून के अनुसार जो औपचारिक अनुमति आवेदन जरूरी होता है, वह नहीं दिया गया. निर्धारित प्रारूप में कोई आवेदन प्रस्तुत नहीं किया गया था.” जिसके कारण , कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन ने यह कहते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया कि उन्हें न तो भीड़ के अनुमानित आकार की जानकारी थी और न ही कोई सुरक्षा योजना साझा की गई थी. इसके बावजूद, RCB ने विजय जुलूस आयोजित किया, जो नियमों के विपरीत माना जा रहा है.
अचानक एंट्री के लिए पास जरूरी होने की घोषणा की गई
रिपोर्ट में कहा गया है कि जश्न के लिए उम्मीद से बहुत ज्यादा संख्या में लोग पहुंच गए. इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करना नामुमकिन हो गया. उस दिन स्टेडियम के बाहर भारी भगदड़ मच गई. अधिकारियों में समन्वय की कमी के कारण गेट खोलने में भी देरी हुई. अचानक आयोजकों ने 3:14 बजे घोषणा की कि एंट्री के लिए पास जरूरी होगा. इस घोषणा से भीड़ में अफरातफरी फैल गई जिससे भगदड़ की स्थिति बनी.
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