क्राइस्टचर्च,केन विलियमसन ने अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर को विस्तार देने के लिये 2024- 25 के लिये राष्ट्रीय अनुबंध ठुकरा दिया है और न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम की सीमित ओवरों की कप्तानी भी छोड़ दी है.टी20 विश्व कप से न्यूजीलैंड के अप्रत्याशित रूप से ग्रुप चरण से ही बाहर होने के कुछ दिन बाद उन्होंने यह घोषणा की .
विलियमसन ने न्यूजीलैंड क्रिकेट द्वारा बुधवार को जारी प्रेस रिलीज में कहा-‘सभी प्रारूपों में टीम को आगे ले जाना मेरा जुनून रहा है और मैं आगे भी योगदान देते रहना चाहता हूं.उन्होंने कहा-‘लेकिन इस सत्र में विदेश में खेलने के मौकों के कारण मैं न्यूजीलैंड क्रिकेट का केंद्रीय अनुबंध नहीं ले सकूंगा.’न्यूजीलैंड को जनवरी में बहुत कम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना है.दिसंबर 2022 में टेस्ट कप्तानी छोड़ने वाले विलियमसन इस दौरान तीनों प्रारूप खेलने के लिए उपलब्ध होंगे.
केन विलियमसन ने क्या कहा ?
33 वर्ष के इस धुरंधर ने कहा-‘न्यूजीलैंड के लिये खेलना मेरे लिए खास है और टीम के लिए योगदान देने की मेरी ख्वाहिश जस की तस है.क्रिकेट के बाहर मेरी जिंदगी हालांकि बदल गई है.परिवार के साथ अधिक समय बिताना ,उनके साथ देश विदेश में अनुभव का लुत्फ उठाना मेरे लिये अधिक महत्वपूर्ण है.’
न्यूजीलैंड टीम को क्रिसमस से पहले 8 टेस्ट खेलने हैं जिनमें भारत दौरा और इंग्लैंड के खिलाफ 3 टेस्ट मैचों की श्रृंखला शामिल है.जनवरी में यूएई आईएलटी20, दक्षिण अफ्रीका की एसए20, ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग, बांग्लादेश की बीपीएल होने वाली है.इसके बाद फरवरी मार्च में पाकिस्तान में आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी होगी.
न्यूजीलैंड क्रिकेट के CEO ने क्या कहा ?
न्यूजीलैंड क्रिकेट का केंद्रीय अनुबंध लेने वाले खिलाड़ियों को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं के लिये उपलब्ध रहना होगा.न्यूजीलैंड क्रिकेट के सीईओ स्कॉट वीनिंक ने कहा कि विलियमसन को परिवार समेत दूसरी चीजों के लिए समय निकालने का अधिकार है.उन्होंने कहा ‘हमें जनवरी में अधिक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलना है और उसके अलावा वह न्यूजीलैंड के लिए खेलने के लिये उपलब्ध रहेगा.आम तौर पर हम अपने केंद्रीय अनुबंध को लेकर काफी सख्त रहते हैं लेकिन हमें अपने महानतम बल्लेबाज के लिए यह अपवाद सहर्ष स्वीकार कर सकते हैं.’
विलियमसन का क्रिकेट करियर
विलियमसन ने न्यूजीलैंड के लिए 100 टेस्ट, 165 वनडे और 93 टी20 मैच खेले हैं.वह 2015 और 2019 वनडे विश्व कप और 2021 टी20 विश्व कप फाइनल तक पहुंचने वाली टीम में थे और पहली विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप विजेता टीम के कप्तान रहे.