जयपुर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ विधायक और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेहद करीबी कालीचरण सराफ राजस्थान विधानसभा के अस्थाई अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) बन गए हैं। राज्यपाल कलराज मिश्र ने सोमवार शाम को राजभवन में आयोजित समारोह में सराफ को शपथ दिलाई।राज्यपाल मिश्र ने सराफ के सहयोग के लिए तीन सदस्यीय पैनल भी बनाया। इसमें वरिष्ठ विधायक दयाराम परमार, प्रताप सिंह सिंघवी और किरोड़ी लाल मीणा शामिल हैं। प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने की चर्चाओं के बीच हो सकता है, इस बार उन्हें कैबिनेट में जगह न दी जाए। वहीं यह चर्चा भी है कि इस बार भजन कैबिनेट में नए चेहरों को जगह दी जाएगी।
कालीचरण भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और उनकी गिनती राजस्थान के अनुभवी नेताओं में होती है। वे अब तक 7 बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। सराफ 2008 से जयपुर के मालवीय नगर निर्वाचन क्षेत्र से जीत रहे हैं। सराफ वसुंधरा राजे कैबिनेट में पूर्व मंत्री रह चुके हैं। उनके पास चिकित्सा और स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, आयुर्वेद जैसे विभाग थे।
छात्र राजनीति से शुरू किया करियर
सराफ का जन्म 7 अगस्त 1951 को हुआ और पालन-पोषण जयपुर में हुआ। उन्होंने शहर के राजस्थान विश्वविद्यालय के कॉमर्स कॉलेज से अपनी बी.कॉम/एलएलबी की डिग्री पूरी की। कॉलेज के दिनों से ही कालीचरण सराफ राजनीति में सक्रिय रहे कालीचरण सराफ राजस्थान विश्वविद्यालय के अध्यक्ष भी रहे। कालीचरण सराफ की उम्र अब 70 साल पार हो गई है। मालवीय नगर विधानसभा सीट बेहद ऐतिहासिक सीट मानी जाती है। इसे न सिर्फ जयपुर जिले बल्कि प्रदेश के महत्वपूर्ण सीटों में से एक माना जाता है। वर्ष 2008 में इसका गठन किया गया था और यह जयपुर लोकसभा क्षेत्र में आती है। इस सीट के बनने के बाद से सराफ यहां से विधायक हैं।
करोड़ों की संपत्ति के हैं मालिक
कालीचरण सराफ के चुनावी हलफनामे के अनुसार उनके पास 6 करोड़ 18 लाख 588 रुपए की संपत्ति है। जबकि उनकी पत्नी के पास 7 करोड़ 98 लाख रुपए की संपत्ति है। पिछले चुनाव के बाद उनकी संपत्ति में 2 करोड़ 42 लाख रुपए का इजाफा हुआ।