नई दिल्ली, सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज जस्टिस संजीव खन्ना भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे. न्यायमूर्ति खन्ना 11 नवंबर को भारत के 51वें प्रधान न्यायाधीश बनेंगे.प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में जस्टिस संजीव खन्ना के नाम की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी है.बता दें कि 10 नवंबर को डीवाई चंद्रचूड़ सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद से रिटायर हो रहे हैं.
नये CJI का इतने समय का होगा कार्यकाल
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना 11 नवंबर को 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में पदभार ग्रहण करते हैं, तो उनका कार्यकाल 6 महीने से थोड़ा अधिक होगा और वे 13 मई, 2025 को पदमुक्त होंगे.
कौन हैं जस्टिस संजीव खन्ना ?
14 मई 1960 को जन्मे न्यायमूर्ति खन्ना ने दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय के ‘कैम्पस लॉ सेंटर’ (सीएलसी) से कानून की पढ़ाई की है. न्यायमूर्ति खन्ना को 2005 में दिल्ली हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया और 2006 में उन्हें स्थायी न्यायाधीश बनाया गया.
जस्टिस संजीव खन्ना के उल्लेखनीय निर्णय
सुप्रीम कोर्ट में न्यायमूर्ति खन्ना के कुछ उल्लेखनीय निर्णयों में चुनावों में EVM के उपयोग को बरकरार रखना शामिल है, जिसमें कहा गया है कि ये उपकरण सुरक्षित हैं और इनसे मतदान केंद्रों पर कब्जा कर फर्जी मतदान करने की आशंका समाप्त हो जाती है. वह 5 न्यायाधीशों की उस पीठ का भी हिस्सा थे जिसने राजनीतिक दलों को वित्त पोषण देने वाली चुनावी बांड योजना को असंवैधानिक घोषित किया था.न्यायमूर्ति खन्ना पांच न्यायाधीशों की उस पीठ का भी हिस्सा थे जिसने तत्कालीन जम्मू कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के केंद्र के 2019 के फैसले को बरकरार रखा था.