मथुरा। जन्माष्टमी के अवसर पर गुरुवार को कृष्ण नगरी मथुरा में वैदिक मंत्रोच्चार, शंख और घंटे की ध्वनि के बीच हजारों भक्त 3 प्रमुख मंदिरों में भगवान कृष्ण के अभिषेक समारोह के साक्षी बने। राधा दामोदर मंदिर के पुजारी बलराम गोस्वामी ने बताया कि राधा रमण, राधा दामोदर और गोकुलानंद मंदिरों में अभिषेक समारोह किया गया। इन मंदिरों में आज सुबह भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया।
उन्होंने बताया कि जहां हर जगह जन्माष्टमी आधी रात के दौरान मनाई जाती है, वहीं इन मंदिरों में यह लगभग 500 साल पहले प्रसिद्ध संत जीव गोस्वामी द्वारा स्थापित परंपरा के अनुसार दिन के दौरान मनाई जाती है। पुजारी प्रशांत शाह ने कहा कि चूंकि वृन्दावन में शाह जी मंदिर, राधा रमण मंदिर में अपनाई जाने वाली परंपराओं के अनुसार सभी त्योहार मनाता है इसलिए यहां भी जन्माष्टमी सुबह मनाई गई। मथुरा स्थित भगवान श्रीकृष्ण के कई अन्य मंदिरों में रात 12 बजे अभिषेक समारोह आयोजित किया जाएगा। पुजारी ने कहा कि भगवान कृष्ण के अभिषेक समारोह का चरणामृत (दूध, दही, घी, खांडसारी, शहद और कई जड़ी-बूटियों का मिश्रण) मंदिरों के सामने एकत्र हजारों भक्तों के बीच वितरित किया गया।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने कहा कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर दिन की शुरुआत शहनाई, शंख और ढोल बजाने के साथ हुई। इसके बाद भगवान का अभिषेक किया गया और फिर भक्तों के बीच चरणामृत का वितरण किया गया। मंदिर के अधिकारियों ने बताया कि हजारों तीर्थयात्रियों ने भागवत भवन मंदिर और श्रीकृष्ण जन्मस्थान स्थित अन्य मंदिरों में देवी-देवताओं के दर्शन किए। इसके अलावा श्रीकृष्ण जन्मस्थल से कलाकारों का एक जुलूस निकाला गया जो मथुरा की मुख्य सड़कों और विभिन्न चौराहों से गुजरा।
द्वारकाधीश मंदिर के जनसंपर्क अधिकारी राकेश तिवारी ने बताया कि द्वारकाधीश मंदिर, वृन्दावन, गोवर्धन, नंदगांव आदि सहित मथुरा के अन्य मंदिरों में भी जन्माष्टमी मनाई गई। जन्माष्टमी में भाग लेने के लिए मथुरा गए लखीमपुर खीरी के निवासी बिमलेंद्र मिश्रा ने कहा जन्माष्टमी को लेकर जो उत्साह मथुरा में देखने को मिलता है वह कहीं और अनुभव नहीं किया जा सकता है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में विदेशी भक्तों ने भी इस्कॉन और राधा दामोदर मंदिर वृन्दावन में देवी-देवताओं के दर्शन किये। राधा दामोदर मंदिर के पुजारी बलराम गोस्वामी ने कहा कि आज मंदिर में एक विशेष आरती समारोह में कई विदेशी भक्त शामिल हुए। कृष्ण बलराम मंदिर (इस्कॉन वृन्दावन) के अध्यक्ष पंचगोड़ा प्रभु के अनुसार विभिन्न देशों के सैकड़ों भक्तों ने कृष्ण बलराम मंदिर में भगवान के दर्शन किए।