Jammu and Kashmir : जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में वैष्णो देवी मंदिर जाने वाले पुराने मार्ग पर सोमवार को भारी भूस्खलन हुआ, जिससे पांच तीर्थयात्रियों सहित कम से कम 10 लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि कटरा शहर में हुई तेज बारिश से भूस्खलन हुआ, जिसकी वजह से एक ‘बुकिंग’ कार्यालय और उसके ऊपर बना लोहे का ढांचा ढह गया।
एहतियात के तौर पर मंदिर की यात्रा दोपहर एक बजे तक स्थगित कर दी गई है। यह घटना सुबह लगभग साढ़े आठ बजे बाणगंगा के पास गुलशन का लंगर में हुई। यह यात्रा का प्रारंभिक बिंदु है। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी अधिकारी और जम्मू के जिलाधिकारी सचिन कुमार वैश्य ने संवाददाताओं को बताया, ‘भूस्खलन के कारण तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए और सात अन्य को मामूली चोटें आईं। सभी घायलों को बचा लिया गया और उन्हें अस्पताल ले जाया गया।’
बचाव अभियान एवं मलबा हटाने का कार्य जारी
वैश्य घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि बचाव एवं मलबा हटाने का कार्य जारी है। अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद स्थानीय स्वयंसेवकों, तीर्थस्थल बोर्ड के कर्मचारियों, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कर्मियों द्वारा तत्काल बचाव अभियान शुरू किया गया। अधिकारियों ने बताया कि गंभीर रूप से घायल चेन्नई निवासी उप्पन (70), उनकी पत्नी के. राधा (66) और हरियाणा निवासी राजिंदर भल्ला (70) को नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि उत्तर प्रदेश निवासी लीला रायकवार (56) का कटरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज हो रहा है।
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र निवासी सुरेश कुमार (66) और दो स्थानीय लोगों निखिल ठाकुर (26) और विक्की शर्मा को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने के बाद ठाकुर ने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, मैं बुकिंग कार्यालय के अंदर था, तभी ऊपर लोहे की संरचना पर पत्थर गिरने लगे। हमें भूस्खलन का खतरा महसूस हुआ, तो हमने दूसरों को सतर्क किया और बाहर भाग निकल आए।
भारी बारिश की वजह से हुआ भूस्खलन
उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण घटनास्थल पर श्रद्धालुओं और खच्चर चलाने वालों का एक छोटा समूह ही मौजूद था। मौसम विभाग के अनुसार, कटरा शहर में सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटों में 184.2 मिमी बारिश हुई है। रविवार रात को हिमकोटि के पास नए रास्ते पर भी भूस्खलन हुआ था, जिसके कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया था जिसे बहाल करने के प्रयास जारी हैं।