Prakash Joshi Kidnapped in Mali: पश्चिम अफ्रीकी देश माली में 1 जुलाई को अगवा किए गए 3 भारतीय नागरिकों में शामिल जयपुर निवासी प्रकाश जोशी (61) के परिवार ने भारत सरकार से उनकी रिहाई के लिए प्रयास तेज करने का अनुरोध किया है. प्रकाश जोशी की पत्नी सुमन जोशी ने बताया कि उनके पति ने 5 जून को माली स्थित ‘डायमंड सीमेंट फैक्ट्री’ में महाप्रबंधक के पद पर कार्यभार संभाला था. उनकी अपने पति से आखिरी बार 30 जून को बात हुई थी. उन्होंने मुझे बताया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है. मैंने उनसे जल्द से जल्द घर लौटने को कहा. इसके बाद उनका फोन नहीं मिल रहा था. मुझे लगा कि नेटवर्क में कोई समस्या है, लेकिन 2 जुलाई को मेरी बेटी को उनके अपहरण की जानकारी मिली.’
जोशी का 1 जुलाई की सुबह उस कारखाना परिसर से अगवा कर लिया गया जहां वे काम करते थे. कारखाने के अधिकारियों ने उनकी बेटी चित्रा जोशी को फोन कर घटना की जानकारी दी. परिवार को उनके ठिकाने या आतंकवादियों की मांगों के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
भारत सरकार से सुरक्षित रिहाई के प्रयास तेज करने की मांग
सुमन ने कहा, ‘हम विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं. हम भारत सरकार से उनकी सुरक्षित रिहाई के लिए प्रयास तेज करने की मांग करते हैं. हमें नहीं पता कि वह कहां हैं और किस हालत में हैं. उन्होंने बताया कि कंपनी के अधिकारियों ने शनिवार को उस कमरे की तलाशी ली जहां वह ठहरे हुए थे और उनका पासपोर्ट और अन्य सामान बरामद हुआ. शुरू में कंपनी के अधिकारी कह रहे थे कि मेरे पति सुरक्षित हैं, लेकिन अब उनका कहना है कि उन्हें जोशी के बारे में कोई जानकारी नहीं है.’ परिवार के सदस्यों ने केंद्रीय मंत्री एवं जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत और राज्य के अन्य नेताओं से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है.
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कही थी ये बात
विदेश मंत्रालय ने 2 जुलाई को बयान जारी कर कहा कि हथियारबंद हमलावरों के मूह ने फैक्ट्री परिसर में एक सुनियोजित हमला किया और 3 भारतीय नागरिकों को बंधक बना लिया. इसमें कहा गया है कि पश्चिमी और मध्य माली के कई स्थानों पर स्थित सैन्य और सरकारी प्रतिष्ठानों पर 1 जुलाई को आतंकवादियों ने हमला किया. इसके अनुसार, ‘बामाको स्थित भारतीय दूतावास माली सरकार के संबंधित अधिकारियों, स्थानीय एजेंसियों और डायमंड सीमेंट फैक्ट्री के प्रबंधन के साथ निरंतर संपर्क में है. दूतावास अगवा किए गए भारतीय नागरिकों के परिजनों के भी संपर्क में है.’