Jaipur Leopard Rescue: जयपुर के हाई सिक्योरिटी वाले सिविल लाइंस इलाके में घुसे तेंदुआ दिखाई देने के बाद इलाके में दहशत का माहौल हो गया. वन कर्मियों की टीम और पुलिस मौके पर पहुंची. इसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाकर तेंदुए की सही लोकेशन का पता लगाया गया. फिर वन विभाग की टीम ने 3 घंटे की मशक्कत के बाद तेंदुए को ट्रैंकुलाइज कर दिया गया. तब जाकर इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली.
मुख्य वन्यजीव वार्डन ने कही ये बात
मुख्य वन्यजीव वार्डन शिखा मेहरा ने कहा कि सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए को बचाने के रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. उन्होंने कहा, तेंदुए ने किसी व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया. भविष्य में अगर ऐसी घटनाएं होती हैं, तो वन विभाग की टीम को तुरंत सूचना दी जानी चाहिए. इसके साथ ही लोगों को सतर्क रहना चाहिए.’
तेंदुए को किया गया ट्रैंकुलाइज
पहले यह तेंदुआ जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत के सरकारी बंगले में घुस गया और उसके कुछ देर बाद सामने स्थित टाइनी ब्लॉसम सीनियर सेकेंडरी स्कूल में घुस गया. जिसके बाद वहां के स्टाफ ने एहतियात के तौर पर विद्यार्थियों को कक्षाओं में बंद कर दिया. इसके बाद वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद तेंदुए को ट्रैंकुलाइज किया.
सिविल लाइंस इलाके में राजभवन, मुख्यमंत्री का आवास और कई मंत्रियों तथा बड़े अधिकारियों के सरकारी आवास भी हैं. ऐसे में हाई सिक्योरिटी वाले क्षेत्र में तेंदुए के पहुंच जाना वन विभाग और सुरक्षा ऐजेंसियों दोनों के लिए एक चुनौती बन गया.
पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सरकार पर साधा निशाना
पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘राजस्थान की सोती हुई सरकार को जगाने के लिए आज सिविल लाइंस में तेंदुआ घुस गया. राजस्थान की जनता दुखी है, परेशान है, उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है व जंगल में जानवर भूखे है उनका संरक्षण करने में राजस्थान की सरकार पूरी तरह से नाकाम है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए लिखा, ‘आख़िर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के आवास के पीछे तेंदुआ. अब तो जागो राजस्थान सरकार.’




