यरुशलम। इजराइल की सेना ने गाजा सिटी में रहने वाले करीब 10 लाख लोगों को वहां से चले जाने का शुक्रवार को निर्देश दिया. इस निर्देश के बाद क्षेत्र में इजराइल की ओर से जमीनी कार्रवाई किए जाने की आशंका तेज हो गई है. संयुक्त राष्ट्र ने आगाह किया है कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों का जान बचा कर भागना घातक साबित हो सकता है, वहीं हमास ने इजराइली सेना के इस निर्देश को खारिज कर दिया और लोगों से अपने घरों में रहने को कहा है. हमास ने शनिवार को इजराइल पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए थे, जिसके जवाब में इजराइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने हमास के मुख्य ठिकानों को निशाना बनाकर कार्रवाई की है। संघर्ष का आज सातवां दिन है. निकासी आदेश में गाजा सिटी का हिस्सा भी आता है। इस आदेश के बाद नागरिकों के बीच भारी दहशत है. गाजा सिटी में ‘पैलेस्टीनियन रेड क्रीसेंट’ की प्रवक्ता नेबाल फारसाख ने रुंधे गले से कहा,‘‘ भोजन के बारे में भूल जाइए, बिजली, ईंधन के बारे में भूल जाइए। इस वक्त की चिंता बस यही है कि क्या आप जिंदा रहने वाले हैं।’’
अभी तक 2800 लोगों की गई जान
युद्ध ने पहले ही दोनों पक्षों के 2,800 से अधिक लोगों की जान ले ली है और पूरे क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। हाल में इजराइल ने लेबनान के आतंकवादी समूह हिजबुल्ला पर भी हवाई हमले किए हैं जिसे देखते हुए व्यापक संघर्ष की आशंका पैदा हो गई है हालांकि वह सीमा फिलहाल शांत है. पास के देशों में शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान प्रदर्शन देखने को मिले। यरुशलम के पुराने शहर में तनाव अपने चरम पर है। पवित्र अल-अक्सा मस्जिद का जिम्मा संभालने वाली इस्लामिक संस्था ने कहा कि इजराइली प्राधिकारी 50 वर्ष से कम उम्र के पुरुषों को प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं. इजराइल ने सप्ताहांत के हमले के बाद से गाजा पर लगातार बमबारी की है। हमास के लड़ाकों ने देश के दक्षिणी क्षेत्र में हमला किया और सैकड़ों लोगों का नरसंहार किया। उन्होंने बच्चों और एक संगीत समारोह में शामिल युवाओं की हत्या भी की.
150 इजराईली नागरिकों को हमास ने किया गिरफ्तार
दरअसल हमास ने 150 लोगों को अगवा कर लिया है और उन्हें गाजा ले गए हैं. हमास ने कहा कि गाजा पट्टी पर इजराइल की ओर से की गई भारी बमबारी में 13 बंधकों की मौत हो गई जिनमें विदेशी भी शामिल हैं. हमास की सैन्य शाखा ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि पिछले 24 घंटों में विभिन्न स्थानों पर 13 लोगों की जान गई है। वहीं इजराइली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हैगारी ने हवाई हमलों में बंधकों के मारे जाने की खबर को खारिज किया है और ‘अल जजीरा अरैबिक’ से कहा,‘‘हमारी पास अपनी सूचना है और हम हमास के झूठ को नहीं मानते।’’ हैगारी ने कहा कि सेना ने उत्तरी गाजा के लोगों से दक्षिण की ओर जाने को कहा है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इससे 11 लाख लोग प्रभावित होंगे. इजराइल ने आरोप लगाया है कि हमास के लड़ाके गाजा सिटी में सुरंगों में छिपे हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि यह असंभव है कि ऐसा अभियान बिना मानवीय त्रासदी के पूरा हो जाए।’’
गाजा की आधी आबादी को जगह छोड़ने के आदेश
उन्होंने कहा कि इजराइल ने एक व्यापक निकासी आदेश जारी किया है जिसमें गाजा की आधी आबादी को 24 घंटे के भीतर क्षेत्र के दक्षिण की ओर जाने के लिए कहा गया है. इस बीच हमास ने फलस्तीनियों से अपने घरों में रहने का आह्वान करते हुए कहा कि इज़राइल ‘‘नागरिकों के बीच भ्रम पैदा करने और हमारे आंतरिक मोर्चे की एकजुटता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है।’’ हमास ने फलस्तीनियों से इस ‘‘मनोवैज्ञानिक युद्ध’’ की अनदेखी करने का अनुरोध किया है. यह पूछे जाने पर कि क्या सेना अस्पतालों, संयुक्त राष्ट्र आश्रय गृहों और नागरिक स्थानों को सुरक्षा देगी, हैगारी ने कहा ‘‘यह युद्ध क्षेत्र है।’’ उन्होंने कहा कि अगर हमास लोगों को हटने से रोकता है तो शेष जिम्मेदारी उसकी होगी. गाजा के उत्तरी क्षेत्र के लिए व्यापक आदेश संयुक्त राष्ट्र के सभी कर्मचारियों और उन हजारों लोगों पर भी लागू होता है जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र के स्कूलों और अन्य प्रतिष्ठानों में शरण ली हुई है।
गाजा में बिजली पानी और ईधन का संकट
इजराइल के ऊर्जा मंत्री इजराइल काट्ज ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘जब तक बंधकों को रिहा नहीं किया जाता, तब बिजली का एक स्विच भी ऑन नहीं किया जाएगा, एक नल नहीं खोला जाएगा, ईंधन का एक भी ट्रक गाजा में दाखिल नहीं होगा।’’