iran israel tension: ईरान-इजराइल में आज युद्ध छठा दिन है। दोनों देश एक-दूसरे पर लगातार हवाई हमले कर रहे है। मंगलवार देर रात ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा— जंग शुरू होती है। हम आतंकी यहूदी शासन को कड़ा जवाब देंगे। उन पर कोई दया नहीं दिखाई जाएगी। इस पोस्ट को विशेषज्ञ ईरान की ओर से इजराइल के खिलाफ आधिकारिक युद्ध घोषणा मान रहे हैं। खामेनेई के बयान के कुछ ही घंटों बाद ईरान ने इजराइल पर 25 मिसाइलें दागीं, जिससे बाद दोनों देशों में तनाव और बढ़ गया। कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जल्दी अमेरिका भी इसमें शामिल हो सकता है।
به نام نامی #حیدر، نبرد آغاز میگردد
— KHAMENEI.IR | فارسی 🇮🇷 (@Khamenei_fa) June 17, 2025
علی با ذوالفقار خود، به #خیبر باز میگردد#الله_اکبر pic.twitter.com/yGYrXUDGoK
मिडिल ईस्ट में लड़ाकू विमान भेजेगा अमेरिका
13 जून से ईरान और इजराइल के बीच हवाई हमले जारी है, लेकिन अब इस टकराव को औपचारिक युद्ध का रूप मिल गया है। कई अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों के मुताबिक, अमेरिका भी इस संघर्ष में जल्द शामिल हो सकता है। कनाडा दौरे से लौटने के बाद पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ अहम बैठक की। इसके बाद अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में और अधिक लड़ाकू विमान भेजने का फैसला किया है। ईरान-इजराइल के बीच जंग में अभी तक 224 ईरानी मारे जा चुके हैं, जबकि 1,277 घायल हुए हैं। वहीं, इजराइल में अब तक 25 की मौत हुई है, जबकि 600 से ज्यादा घायल हैं।
ईरान ने इजरायली पर फतेह मिसाइल से हमला किया
ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान की सैन्य शाखा इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने बुधवार सुबह इजराइल पर पहली बार फतेह मिसाइल से हमला करने का दावा किया है। इस मिसाइल हमले को ईरान ने अपनी सैन्य शक्ति का स्पष्ट संकेत बताया है। IRGC ने एक आधिकारिक बयान में कहा, ईरान ने अब इजराइल के हवाई क्षेत्र पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। हमारी फतेह मिसाइलें इजराइली एयर डिफेंस सिस्टम को भेदते हुए उनके सुरक्षित ठिकानों को बार-बार निशाना बना रही हैं।
तस्नीम न्यूज एजेंसी के अनुसार, इस हमले का उद्देश्य केवल सैन्य नहीं, बल्कि रणनीतिक भी था—यह इजराइल और उसके सहयोगी देशों को ईरान की बढ़ती ताकत का एक सीधा संदेश था। बयान में यह भी दावा किया गया कि इजराइली सुरक्षा तंत्र इन हमलों को रोकने में पूरी तरह विफल रहा।
इजराइल ने ईरान पर तेज किए हवाई हमले
इजराइल ने ईरान के तुलना पर उसपर 5 गुना से ज्यादा हवाई हमले किए हैं। इजराइली सेना ने कहा है कि ईरान में रातभर चले एक बड़े ऑपरेशन में 50 से ज्यादा लड़ाकू विमानों ने भाग लिया है। इस दौरान ईरान के कई महत्वपूर्ण ठिकानों को टारगेट किया है। जिनमें परमाणु हथियारों से जुड़ी एक फैक्ट्री और हथियार बनाने वाली कई जगहें शामिल थी। जानकारी के मुताबिक, तेहरान में जिस सेंट्रीफ्यूज प्रोडक्शन साइटपर हमला हुआ, वह यूरेनियम को शुद्ध करने के लिए इस्तेमाल होता था। इसे ईरान परमाणु हथियार विकसित करने के लिए इस्तेमाल कर सकता था।
इसके अलावा इज़राइल की सेना ने ईरान की हथियार बनाने वाली फैक्ट्रियों को निशाना बनाया, जहां मिसाइलों और विमानों को गिराने वाले अत्याधुनिक डिफेंस सिस्टम तैयार किए जा रहे थे। सेना के मुताबिक, इन ठिकानों पर कच्चे माल और ज़रूरी उपकरणों का निर्माण भी किया जा रहा था, जो दुश्मन की सैन्य क्षमताओं को मज़बूती प्रदान कर सकते थे।