Iran-Israel War: ईरान और इजराइल के बीच भयानक जंग छिड़ी हुई है। ईरान की ओर से बुधवार को इजरायल के ऊपर हाइपरसोनिक मिसाइल से हमला किया गया। इजरायल के तेलअवीव में रातभर मिसाइलें गिरती रहीं है। इजरायल में अधिकारियों ने नागरिको को बंकरों में रहने की सलाह दी है। वहीं इजरायल ने भी तेहरान में 50 से ज्यादा लड़ाकू विमानों के साथ हवाई हमले किए है, जिसमें हथियार बनाने वाली फैक्टियों को निशाना बनाया गया है।
इजरायल के हमले में अभी तक ईरान के लगभग 600 से ज्यादा लोग मारे गए है। इजरायल ने कहा है कि उसका तेहरान के हवाई क्षेत्र पर नियंत्रण है और वो वह लगातार तेहरान पर हमले कर रहा है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई को बिना शर्त सरेंडर करने को कहा है। ईरान को परमाणु हथियार बनाने से रोकने की चेतावनी देते हुए ट्रंप ने कहा है कि तेहरान के नागरिको को तुरंत शहर खाली कर देना चाहिए। डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान ने ईरान के साथ वैश्विक नेताओं के बीच भी खलबली मचा दी है।
अमेरिका के हस्तक्षेप से क्षेत्र में पूर्ण युद्ध छिड़ जाएगा: ईरानी अधिकारी
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बुधवार को चेतावनी दी कि उनके देश को निशाना बनाकर किए जा रहे इजराइली हमलों में अमेरिकी हस्तक्षेप से पूर्ण युद्ध छिड़ जाएगा। मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघई ने ‘अल जजीरा इंग्लिश’ समाचार चैनल पर प्रसारित एक साक्षात्कार के दौरान ये टिप्पणियां कीं। इस साक्षात्कार का सीधा प्रसारण किया गया। यह ईरान एवं इजराइल के मौजूदा संघर्ष के बीच उनका पहला साक्षात्कार है।
बाघई ने कहा, अमेरिका का किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप इस क्षेत्र में पूर्ण युद्ध का कारण होगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुरू में ईरान पर इजराइल के हमलों से खुद को दूर रखा था लेकिन बाद में उन्होंने अमेरिका की अधिक भागीदारी का संकेत देते हुए कहा कि वह संघर्ष विराम से कहीं अधिक बड़ा कुछ चाहते हैं।
अमेरिका ने इस क्षेत्र में और अधिक युद्धक विमान भी भेजे हैं। हजारों इजराइली विदेश में फंसे हुए हैं। इस संघर्ष ने पूरे क्षेत्र में विमानों की आवाजाही को बाधित कर दिया है।
हम यहूदी शासन पर कोई दया नहीं दिखाएंगे : खामेनेई
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजराइल को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। अली खामेनेई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने लिखा, हम आतंकी यहूदी शासन को कड़ा जवाब देंगे, उन पर कोई दया नहीं दिखाएंगे। खामेनेई के इस एलान के कुछ देर बाद ही ईरान ने इजरायल पर 25 मिसाइलें दाग दीं। इस घटना को दोनों देशों के बीच बढ़ते टकराव को युद्ध के बढ़ने का संकेत माना जा रहा है।
ईरान ने इजरायली पर फतेह मिसाइल से हमला किया
ईरानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान की सैन्य शाखा इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने बुधवार सुबह इजराइल पर पहली बार फतेह मिसाइल से हमला करने का दावा किया है। इस मिसाइल हमले को ईरान ने अपनी सैन्य शक्ति का स्पष्ट संकेत बताया है। IRGC ने एक आधिकारिक बयान में कहा, ईरान ने अब इजराइल के हवाई क्षेत्र पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। हमारी फतेह मिसाइलें इजराइली एयर डिफेंस सिस्टम को भेदते हुए उनके सुरक्षित ठिकानों को बार-बार निशाना बना रही हैं। तस्नीम न्यूज एजेंसी के अनुसार, इस हमले का उद्देश्य केवल सैन्य नहीं, बल्कि रणनीतिक भी था, यह इजराइल और उसके सहयोगी देशों को ईरान की बढ़ती ताकत का एक सीधा संदेश था। बयान में यह भी दावा किया गया कि इजराइली सुरक्षा तंत्र इन हमलों को रोकने में पूरी तरह विफल रहा।
मिडिल ईस्ट में लड़ाकू विमान भेजेगा अमेरिका
13 जून से ईरान और इजराइल के बीच हवाई हमले जारी है, लेकिन अब इस टकराव को औपचारिक युद्ध का रूप मिल गया है। कई अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टों के मुताबिक, अमेरिका भी इस संघर्ष में जल्द शामिल हो सकता है। कनाडा दौरे से लौटने के बाद पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ अहम बैठक की। इसके बाद अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में और अधिक लड़ाकू विमान भेजने का फैसला किया है। ईरान-इजराइल के बीच जंग में अभी तक 224 ईरानी मारे जा चुके हैं, जबकि 1,277 घायल हुए हैं। वहीं, इजराइल में अब तक 25 की मौत हुई है, जबकि 600 से ज्यादा घायल हैं।