Friday, June 20, 2025
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Israel Iran War: ईरान ने इजराइल के वैज्ञानिकों को बनाया निशाना, प्रमुख शोध संस्थान पर किया मिसाइल अटैक

Israel Iran War: ईरान-इजराइल युद्ध में अब वैज्ञानिक संस्थान भी निशाने पर आ गए हैं। ईरान ने इजराइल के प्रसिद्ध ‘वीजमैन विज्ञान संस्थान’ पर मिसाइल हमला किया, जिससे कई अहम प्रयोगशालाएं नष्ट हो गईं। हालांकि कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन वर्षों से चल रहे वैज्ञानिक शोध कार्य बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।

Israel Iran War: इजराइल वर्षों से ईरान के परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाता रहा है ताकि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ने से रोका जा सके लेकिन अब दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष में इजराइल के वैज्ञानिक भी निशाने पर आ गए हैं. दोनों ओर से जारी हमलों के बीच ईरान की मिसाइल ने इजराइल के ऐसे प्रमुख शोध संस्थान पर हमला किया है जो जीवन विज्ञान और भौतिकी समेत विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में अपने काम के लिए जाना जाता है.

प्रयोगशाला को पहुंचा भारी नुकसान

‘वीजमैन विज्ञान संस्थान’ पर रविवार तड़के हुए हमले में हालांकि किसी की मौत नहीं हुई, लेकिन इससे परिसर में स्थित कई प्रयोगशालाओं को भारी क्षति पहुंची है जिससे वर्षों से जारी शोध कार्य प्रभावित हुए हैं और इजराइली वैज्ञानिकों को यह भयावह संदेश गया है कि ईरान के साथ बढ़ते संघर्ष में अब वे एवं उनके शोध कार्य भी निशाने पर आ गए हैं. आणविक कोशिका जीव विज्ञान विभाग और आणविक तंत्रिका विज्ञान विभाग के प्रोफेसर ओरेन शुल्डिनर की प्रयोगशाला इस हमले में नष्ट हो गई. उन्होंने कहा, ‘यह ईरान के लिए एक नैतिक जीत है. वे इजराइल में विज्ञान के क्षेत्र के प्रमुख संस्थान को नुकसान पहुंचाने में कामयाब रहे.’

हमले के बाद परिसर को किया गया बंद

संस्थान के अनुसार, हमले में दो इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं, जिनमें से एक में जीवन विज्ञान प्रयोगशालाएं थीं और दूसरी इमारत खाली एवं निर्माणाधीन थी. यह रसायन विज्ञान के अध्ययन के लिए थी. दर्जनों अन्य इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं. परिसर को हमले के बाद से बंद कर दिया गया है.

इजरायल ने भी ईरान के वैज्ञानिकों को बनाया था निशाना

इजराइल ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पीछे धकेलने के उद्देश्य से ईरानी परमाणु वैज्ञानिकों को कई बार निशाना बनाया है. इजराइल ने कुछ दिन पहले ईरान के खिलाफ अपने शुरुआती हमले में भी यही रणनीति जारी रखी. हमले में कई शीर्ष जनरल के साथ कई परमाणु वैज्ञानिक मारे गए. ईरान के परमाणु केंद्रों एवं बैलिस्टिक मिसाइल संबंधी बुनियादी ढांचे पर हमला किया गया.

शोध संस्थान की 1934 में हुई थी स्थापना

‘वीजमैन विज्ञान संस्थान’ की स्थापना 1934 में की गई थी और बाद में इसका नाम बदलकर इजराइल के पहले राष्ट्रपति के नाम पर वीजमैन रखा गया. यह दुनिया के शीर्ष शोध संस्थानों में से एक है. इसके वैज्ञानिक और शोधकर्ता हर साल सैकड़ों अध्ययन प्रकाशित करते हैं. रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार और 3 ट्यूरिंग पुरस्कार इस संस्थान से जुड़े वैज्ञानिकों के नाम हैं. इस संस्थान ने 1954 में इजराइल में पहला कंप्यूटर बनाया था.

Premanshu Chaturvedi
Premanshu Chaturvedihttp://jagoindiajago.news
समाचारों की दुनिया में सटीकता और निष्पक्षता के साथ नई कहानियों को प्रस्तुत करने वाला एक समर्पित लेखक। समाज को जागरूक और सूचित रखने के लिए प्रतिबद्ध।
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