Vikram-32 chip: भारत ने सेमिकंडक्टर क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। देश का पहला पूरी तरह से स्वदेशी 32-बिट माइक्रोप्रोसेसर ‘विक्रम’ पेश किया गया. जिसे भारत की स्पेस एजेंसी इसरो ने बनाया है. सेमिकॉन इंडिया 2025 सम्मेलन के दौरान केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस माइक्रोप्रोसेसर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट किया. इस मौके पर 4 स्वीकृत प्रोजेक्ट्स के टेस्ट चिप्स भी प्रदर्शित किए गए, जो भारत के सेमीकंडक्टर मिशन में नई दिशा और गति देने वाले साबित होंगे.
#WATCH | At Semicon India 2025, Union Minister for Electronics & Information Technology, Ashwini Vaishnaw presents Vikram 32-bit processor and test chips of the 4 approved projects to PM Narendra Modi.
— ANI (@ANI) September 2, 2025
Vikram 32-bit processor is the first fully “Make-in-India” 32-bit… pic.twitter.com/8FCkbe0sve
ISRO ने तैयार की है चिप
इस चिप को ISRO की सेमीकंडक्टर लैब में तैयार किया गया है। यह चिप स्पेस लॉन्च व्हीकल्स की कठिन परिस्थितियों में भी बेहतरीन प्रदर्शन करने में सक्षम है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह माइक्रोप्रोसेसर अत्यधिक प्रतिकूल हालात में भी अपनी पूरी क्षमता के साथ काम कर सकता है। इसके अलावा, उन्होंने और भी कई तरह की चिप को प्रदर्शित किया. जिन्हें विभिन्न कंपनियों द्वारा बनाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि फिलहाल देश में 5 सेमिकंडक्टर यूनिट्स का निर्माण कार्य चल रहा है जिनमें से एक का पायलट लाइन पूरा हो चुका है. वहीं आने वाले महीनों में 2 और यूनिट्स भी उत्पादन शुरू कर देंगी. पांच नई यूनिट्स की डिजाइन प्रक्रिया प्रगति पर है.
भारत की सबसे छोटी चिप दुनिया में सबसे बड़ा बदलाव लाएगी: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेमीकॉन इंडिया 2025 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण बाते कहीं “हमारी पिछली शताब्दी तेल से प्रभावित थी, दुनिया का भाग्य तेल के कुओं से तय होता था. लेकिन 21वीं सदी की ताकत एक छोटी सी चिप में सिमटी है. यह चिप भले ही छोटी हो, लेकिन इसमें दुनिया की प्रगति को एक बड़ी गति देने की ताकत है. इसीलिए आज सेमीकंडक्टर का वैश्विक बाजार 600 अरब डॉलर तक पहुंच रहा है और अगले कुछ वर्षों में यह 1 ट्रिलियन डॉलर को भी पार कर जाएगा. मुझे विश्वास है कि जिस गति से भारत सेमीकंडक्टर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है, इस 1 ट्रिलियन डॉलर के बाजार में भारत की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी होने वाली है. वह दिन दूर नहीं जब भारत की सबसे छोटी चिप दुनिया में सबसे बड़ा बदलाव लाएगी. बेशक, हमारी यात्रा देर से शुरू हुई लेकिन अब हमें कोई रोक नहीं सकता.”
अश्विनी वैष्णव ने पीएम मोदी की दूर दृष्टि को दिया श्रेय
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “कुछ साल पहले ही, हम अपने प्रधानमंत्री के दूरदर्शी दृष्टिकोण से प्रेरित होकर एक नई शुरुआत करने के लिए पहली बार मिले थे, सिर्फ 3.5 साल हमने भारत सेमीकंडक्टर मिशन की शुरुआत की थी. आज दुनिया भारत की ओर विश्वास से देख रही है. 5 सेमीकंडक्टर इकाइयों का निर्माण तीव्र गति से चल रहा है. आज प्रधानमंत्री मोदी को पहली “मेड-इन-इंडिया” चिप सौंपी गई है.”
First ‘Made in India’ Chips!
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) September 2, 2025
A moment of pride for any nation. Today, Bharat has achieved it. 🇮🇳
This significant milestone was made possible by our Hon’ble PM @narendramodi Ji’s far-sighted vision, strong will and decisive action. pic.twitter.com/ao2YeoAkCv