India Pakistan Tension: राजस्थान के जैसलमेर के किशनघाट इलाके में शुक्रवार की सुबह बम जैसी वस्तु मिली, जिसके बाद स्थानीय पुलिस और वायुसेना ने इलाके की घेराबंदी कर दी. पुलिस के अनुसार, यह वस्तु कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत किशनघाट के सामने स्थित जोगियों की बस्ती में एक नर्सरी के पास पड़ी दिखी.
कोतवाली थाने के थानाधिकारी प्रेम दान ने बताया कि यह बम जैसी वस्तु लग रही है और सेना के विशेषज्ञ इसे निष्क्रिय करने के लिए किशनघाट जा रहे हैं.उन्होंने कहा, ‘फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि यह बम जैसी वस्तु किस स्थिति में है, यह जिंदा है या नष्ट हो गई है.’
पुलिस और वायुसेना की टीमें घटनास्थल पर
स्थानीय निवासी अर्जुन नाथ ने जब इस बम जैसी वस्तु को देखा तो किशनघाट के सरपंच प्रतिनिधि कल्याण राम को सूचित किया, जिन्होंने अधिकारियों को इसके बारे में बताया.उन्होंने बताया कि इसके बाद स्थानीय पुलिस और भारतीय वायुसेना की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं. एहतियात के तौर पर इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और आगे की जांच जारी है.
पाकिस्तानी ड्रोन का टुकड़ा होने की आशंका
जानकारों के अनुसार, यह वस्तु गुरुवार रात करीब 10.30 बजे जैसलमेर की ओर पाकिस्तान द्वारा भेजे गए ड्रोन के हिस्सों जैसी दिख रही थी. हालांकि, आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है. अधिकारियों ने निवासियों से शांत रहने और सुरक्षा निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है. क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
जैसलमेर में सुनाई दी जोरदार धमाकों की आवाज
पुलिस ने बताया कि गुरुवार शाम को जैसलमेर में जोरदार धमाकों की आवाज सुनी गई और पाकिस्तान की सीमा से लगे पश्चिमी राजस्थान के जिलों में ‘ब्लैकआउट’ लागू कर दिया गया, जिससे पूरा इलाका अंधेरे में डूब गया. कुछ देर की शांति के बाद करीब 1 घंटे तक धमाकों की आवाज सुनाई देती रही. जैसलमेर के राणाऊ गांव के एक निवासी ने कहा, ‘हमने कुछ नहीं देखा. सिर्फ आवाजें सुनीं, जिससे हम डर गए.’
स्थानीय लोगों ने कही सेना का साथ देने की बात
उसी गांव के निवासी अमर सिंह सोलंकी ने बताया, ‘हम तो सीमा के पास ही रहते आए हैं और हमेशा सतर्क रहते हैं क्योंकि सीमा पर कभी भी किसी भी तरह की घुसपैठ हो सकती है. हम सेना का साथ देने के लिए तैयार हैं, हम सतर्क हैं. हम पूरी तरह तैयार हैं.’ जोरदार धमाकों और पूरी तरह से ‘ब्लैकआउट’ के बाद अनिश्चितता की रात को याद करते हुए, राणाऊ गांव के एक अन्य निवासी ने कहा, ‘ब्लैकआउट के बाद, हम समझ नहीं पाए कि क्या हो रहा है. बाद में, हमें पता चला कि यह पाकिस्तान की ओर से हमला था.’
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