हाथरस (उप्र), लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी शुक्रवार सुबह हाथरस पहुंचे और सत्संग में भगदड़ मचने की घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मुलाकात की.इस दौरान राहुल गांधी ने उनसे घटना के बारे में बात की.इससे पहले, राहुल ने अलीगढ़ में भी मृतकों के परिजन से मुलाकात की.

राहुल गांधी सुबह दिल्ली से सड़क मार्ग से हाथरस के लिए रवाना हुए.उनके साथ कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष अजय राय, पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रभारी अविनाश पांडे, पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और अन्य पदाधिकारी भी हैं.राहुल गांधी सुबह करीब 7:15 बजे अलीगढ़ के पिलखना गांव पहुंचे.

मंगलवार को हाथरस में स्वयंभू बाबा भोले के सत्संग में भगदड़ के बाद कुल 121 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें ज्यादातर महिलाएं थीं.पुलिस के अनुसार, इस घटना में जान गंवाने वाले 121 लोगों में से 17 अलीगढ़ से थे और 19 लोग हाथरस से थे.

राहुल गांधी ने दिया मदद का आश्वासन
राहुल से मुलाकात के बाद पीड़ितों के परिवार में से एक महिला ने कहा, “उन्होंने हमसे कहा है कि वह पार्टी के माध्यम से हमारी मदद करेंगे.उन्होंने हमसे पूछा कि ये सब कैसे हुआ.हमने उन्हें बताया है कि किस तरह से लापरवाहियां बरती गई हैं.” कांग्रेस नेता पीड़ित परिवारों के परिजनों से मुलाकात के बाद वहां से रवाना हो गए.
हाथरस के पीड़ियों से मिलकर क्या बोले राहुल गांधी
हाथरस भगदड़ दुर्घटना के शोक संतप्त परिवारों से मिलने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “दुख की बात है.बहुत परिवारों को नुकसान हुआ है.काफी लोगों की मृत्यु हुई है.प्रशासन की कमी तो है और गलतियां हुई हैं.मुआवज़ा सही मिलना चाहिए.मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से विनती करता हूं कि दिल खोलकर मुआवजा दें.मुआवज़ा जल्दी से जल्दी देना चाहिए.परिवारवालों से मेरी बातचीत हुई है.”