IPS Puran Suicide Case : चंडीगढ़। हरियाणा में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी वाई पूरण कुमार का बुधवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। कुमार द्वारा कथित रूप से आत्महत्या करने के आठ दिन बाद आज पीजीआईएमईआर में पोस्टमार्टम किया गया । उनकी पत्नी ने मामले की निष्पक्ष जांच की उम्मीद जताई है।
8 दिन बाद हुआ आईपीएस पूरण का पोस्टमार्टम
सेक्टर 25 स्थित श्मशान घाट पर भावुक दृश्य देखने को मिला, जहां शोक व्यक्त करने वाले लोग उनके पक्ष में नारे लगा रहे थे। कुमार की पुलिस की वर्दी और पुलिस टोपी को कुछ समय के लिए उनके पार्थिव शरीर पर रखा गया, उसके बाद उनकी चिता को मुखाग्नि दी गई।

अंतिम संस्कार से पहले कुमार की पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार और उनकी दो बेटियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। पुलिस की एक टुकड़ी ने दिवंगत आईपीएस अधिकारी को बंदूकों की सलामी दी। उन्होंने सात अक्टूबर को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
कुमार के परिवार की सहमति के बाद स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) में उनका पोस्टमार्टम किया गया। इससे आईपीएस अधिकारी के पोस्टमार्टम को लेकर गतिरोध समाप्त हो गया।
राहुल गांधी ने आईपीएस अधिकारी पूरण कुमार के परिवार से मुलाकात की
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को हरियाणा के आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी दिवंगत वाई पूरण कुमार के परिवार से मुलाकात की। कुमार ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। गांधी ने बीते बुधवार को कुमार के आवास पर संवेदना व्यक्त करने पहुंचे। गांधी का यह दौरा कुमार की कथित आत्महत्या को लेकर हरियाणा सरकार पर विपक्ष के बढ़ते हमले के बीच हुआ है।
2001 बैच के आईपीएस अधिकारी कुमार (52 वर्ष) ने सात अक्टूबर को कथित तौर पर खुद को गोली मार ली थी। कुमार ने कथित तौर पर आठ पन्नों का अंतिम नोट छोड़ा था जिसमें हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर और अब स्थानांतरित रोहतक पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र बिजारणिया सहित आठ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर ‘‘जाति-आधारित भेदभाव, लक्षित मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान और अत्याचार’’ का आरोप लगाया गया है।