नई दिल्ली। भारत के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने BCCI से टीम में सुपरस्टार क्लचर खत्म करने और खिलाड़ियों का चयन साख पर नहीं बल्कि पूरी तरह से प्रदर्शन के आधार पर करने का अनुरोध किया है. एक दशक में पहली बार भारतीय टीम की ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में हार के बाद हरभजन ने यह टिप्पणी की.
हमें अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी चाहिए : हरभजन सिंह
हरभजन सिंह ने अपने यूट्यूब वीडियो में कहा ”टीम में सुपरस्टार कल्चर बन गया है. हमें सुपरस्टार नहीं चाहिये, अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी चाहिए. टीम में अच्छे परफॉर्मर होंगे तो ही टीम आगे बढ़ेगी. जो भी सुपरस्टार बनना चाहता है, वह घर में रहकर वहीं क्रिकेट खेले.”
प्रदर्शन के आधार पर हो खिलाड़ियों का चयन : हरभजन
इंग्लैंड दौरे को लेकर बोले हरभजन सिंह ,कहा-”अभी इंग्लैंड का दौरा आने वाला है. अब हर कोई बात करने वाला है कि उसमें क्या होगा, कौन टीम में रहेगा और कौन नहीं. मेरा मानना है कि यह सीधा मसला है. अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी ही टीम में रहने चाहिए. आप साख के आधार पर टीम नहीं चुन सकते. अगर आप ऐसा करना चाहते हैं तो कपिल देव सर और अनिल भाई को भी ले जाइये. यहां बीसीसीआई और चयनकर्ताओं को सख्त होना होगा. सुपरस्टार तेवरों से टीम आगे नहीं जा सकती.”
रोहित और विराट रहे फ्लॉप
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला में कप्तान रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली खराब फॉर्म में थे. भारत ने हार के साथ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल खेलने का मौका भी गंवा दिया. कोहली ने नौ पारियों में 190 रन बनाये और अक्सर स्लिप में कैच देकर आउट हुए.
विराट कोहली, रोहित कोई खेल से बड़ा नहीं : हरभजन सिंह
हरभजन ने कहा कि खराब फॉर्म से जूझ रहे क्रिकेटरों को किसी भी प्रारूप में खेलकर इंग्लैंड के टेस्ट दौरे के लिए अपनी उपयोगिता साबित करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ” टीम प्रदर्शन के आधार पर चुनी जाए. चाहे विराट कोहली हो, रोहित या कोई और. कोई खिलाड़ी खेल से बड़ा नहीं है भले ही उसे लगता हो कि वह बड़ा सुपरस्टार है. भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाना है तो कठिन सवाल पूछने होंगे.मैं यह नहीं कह रहा कि उन्हें बाहर कर दो लेकिन खराब फॉर्म से जूझ रहे खिलाड़ियों को तभी चुना जाये जब उन्होंने इंग्लैंड दौरे से पहले कुछ क्रिकेट खेली हो.”
बुमराह नहीं होते तो भारत 0-5 या 0 -4 से हारता: हरभजन सिंह
हरभजन ने कहा, ” विराट कोहली ने 2024 में 11 टेस्ट में 440 रन बनाए. औसत 23 . 15 रहा. वह बहुत बड़ा नाम है इसलिये यह आंकड़ें अजीब लग रहे हैं. मैं भी हैरान रह गया. अगर आप एक युवा को मौका देंगे तो इतने रन तो वह भी बना लेगा. उन्होंने यह भी कहा कि अगर जसप्रीत बुमराह नहीं होते तो भारत 0-5 या 0 . 4 से हारता. उसकी गन्ने की तरह पिराई हुई है. ट्रेविस हेड आया तो बुमराह को गेंद दो, मार्नस आया तो बुमराह को गेंद दो, स्टीव स्मिथ आया तो बुमराह को गेंद दो. आखिर वह कितने ओवर फेंकेगा. उसकी कमर टूट गई है. टीम प्रबंधन को तय करना होगा कि आखिर वह कितने ओवर डालेगा.”