Hanumangarh Ethanol Factory Protest: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के टिब्बी क्षेत्र में एक निजी कंपनी के प्रस्तावित एथेनॉल कारखाने को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है. हालात को देखते टिब्बी में इंटरनेट चौथे दिन भी बंद है. आज यानि शुक्रवार को टिब्बी स्थित गुरुद्वारे में दोपहर 2 बजे कोर कमेटी के सदस्यों की मीटिंग होगी. किसानों एवं स्थानीय नेताओं का कहना है कि जब तक हनुमानगढ़ के कलेक्टर-एसपी का तबादला नहीं हो जाता, तब तक प्रशासन से वार्ता नहीं करेंगे.
मामले में पुलिस ने विरोध प्रदर्शन में शामिल 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और 40 लोगों को हिरासत में लिया है. अतिरिक्त महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) वी के सिंह ने पत्रकारों को बताया, ‘‘100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बुधवार की हिंसक घटना पूरी तरह से अवांछित थी जिसमें पुलिस और होमगार्ड के लगभग 3 दर्जन जवान घायल हुए हैं. कुछ बाहरी तत्वों ने स्थानीय लोगों को उकसाया जिससे यह घटना हुई.’
किसानों के विरोध प्रदर्शन ने लिया हिंसक रूप
किसानों के विरोध प्रदर्शन ने बुधवार को हिंसक रूप ले लिया और सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने राठीखेड़ा गांव में ‘ड्यून एथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड’ के निर्माणाधीन कारखाना स्थल पर धावा बोल दिया. उन्होंने कथित तौर पर कंपनी की चारदीवारी तोड़ दी तथा कार्यालय और परिसर में खड़ी कई गाड़ियों में आग लगा दी.
कांग्रेस विधायक समेत 70 से ज्यादा लोग घायल
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए बल प्रयोग किया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई. पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे. गुस्साए किसानों ने पुलिस जीप और कई गाड़ियों समेत 12 से ज्यादा गाड़ियों में कथित तौर पर आग लगा दी. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान महिलाओं सहित 70 से ज्यादा लोग घायल हो गए. कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया को लाठीचार्ज के दौरान सिर में चोट लगी और उन्हें हनुमानगढ़ जिला अस्पताल ले जाया गया.
हनुमानगढ़ के जिलाधिकारी ने कही ये बात
हनुमानगढ़ के जिलाधिकारी डॉ. खुशाल यादव ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया था कि प्रस्तावित एथेनॉल कारखाने के लिए सभी जरूरी मंजूरियां ली गई हैं. यह फैक्ट्री 2022 की परियोजना का हिस्सा है, जिसे राइजिंग राजस्थान समिट के दौरान मंजूरी दी गई थी. जमीन के रूपांतरण से लेकर राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तक सभी जरूरी अनुमतियां दे दी गई हैं. उन्होंने बताया हालांकि शांतिपूर्ण महापंचायत की अनुमति दी गई थी लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हुए कारखाने की ओर मार्च किया.
पुलिस RAC और होम गार्ड के अतिरिक्त जवान तैनात
टिब्बी और राठीखेड़ा गांवों में पुलिस RAC और होम गार्ड के अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया है. फैक्ट्री हटाओ संघर्ष समिति के नेता रवजोत सिंह ने दावा किया, ‘झड़प में महिलाओं समेत 70 से ज्यादा लोग घायल हुए. 100 से ज्यादा किसान रात भर गुरुद्वारे में रुके .’
हिंसा के लिए सिर्फ प्रशासन जिम्मेदार: शबनम गोदारा
कांग्रेस नेता शबनम गोदारा ने कहा कि हिंसा के लिए सिर्फ प्रशासन जिम्मेदार है. उन्होंने कहा, “किसानों ने सिर्फ लिखित आश्वासन मांगा था कि निर्माण रोक दिया जाएगा. उनकी जायज चिंताओं को दूर करने के बजाय प्रशासन ने उन्हें उकसाया. उन्होंने सिर्फ रोजगार के वादों की बात करके लोगों को गुमराह किया.’गोदारा ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, किसान अपना आंदोलन जारी रखेंगे.
किसान संगठनों का कहना है कि प्रस्तावित कारखाने को पर्यावरणीय मंजूरी नहीं मिली है. उन्होंने कहा कि यह मंजूरी एवं स्थानीय लोगों की रजामंदी के बिना काम आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा. इस बीच ‘ड्यून इथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड’ ने कहा कि यह परियोजना केंद्र सरकार की इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (EBP) कार्यक्रम का समर्थन करेगी.
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