इनपुट: अमित सिंह
जयपुर।कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने “लड़की हूं, लड़ सकती हूं” की बात कहकर महिलाओं को संबल देने का काम किया था। लेकिन लगातार हो रहे महिला अपराधों को देखते हुए ऐसा लगता है कि उनकी यह बात राजस्थान में फिट नहीं बैठ रही है। महिलाओं से दरिंदगी के लगातार बढ़ते मामलों के चलते राजस्थान में यह बात शायद “लड़की, लड़ नहीं सकती” बनकर रह गई है। कभी शांत प्रदेशों में शुमार होने वाला राजस्थान अब महिला अपराधों को लेकर सुर्खियों में है। भीलवाड़ा में बच्ची से दरिंदगी, फिर भट्ठी में जिंदा जला देने की घटना, अलवर-जोधपुर में छात्राओं से गैंगरेप की घटनाएं और अब प्रतापगढ़ में आदिवासी गर्भवती को निर्वस्त्र घुमाने की घटना ने महिला सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। पुिलस के रजिस्टर में बढ़ते आंकड़े भी इस बात की गवाही दे रहे हैं कि राजस्थान महिला अपराधों के मामलों में चरम पर है। सिर्फ 6 माह में ही 3406 मामले दर्ज हो चुके हैं। सरकार और पुलिस की तमाम कोशिशों के बाद भी प्रदेश में ये घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। विपक्ष भी लगातार इस मुद्दे पर राज्य सरकार को निशाना बना रहा है।
4 साल पहले धौलपुर में महिलाओं को घुमाया था निर्वस्त्र
आदिवासी गर्भवती महिला जैसी घटना धौलपुर जिले में भी घटित हो चुकी है। कुख्यात डकैत जगन गुर्जर गिरोह ने जून 2019 में सोने की गुर्जा थाना क्षेत्र में महिलाओं से मारपीट की थी और उन्हें निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया था। इस दौरान डकैत जगन ने महिलाओं पर बंदूक की बटों से पैरों पर वार भी किए थे। घटना के बाद गांव में मौजूद लोग घरों में छिप गए थे। हालांकि, पुलिस की सक्रियता देख डकैत जगन ने आत्म समर्पण कर दिया था।
अलवर में नाबालिग छात्रा से गैंगरेप
अलवर में भी 29 जुलाई को नाबालिग छात्रा से गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आया था। बानसूर थाना इलाके की इस घटना में पहले चाकू की नोक पर नाबालिग का अपहरण किया गया और फिर नारायणपुर ले जाकर गैंगरेप किया गया। इतना ही नहीं कुछ सम. बात पीड़िता के साथ फिर गैंगरेप हुआ। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
जोधपुर में दलित छात्रा से गैंगरेप
16 जुलाई को अजमेर से बॉयफ्रेंड के साथ गई नाबालिग से जोधपुर में चार युवकों ने गैंग रेप किया था। बॉयफ्रेंड के सामने ही आरोपियों ने इस वारदात को अंजाम दिया। यह घटना जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी कैंपस के हॉकी ग्राउंड में हुई थी। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
बालोतरा में जबरन शादी, फिर गैंगरेप
बालोतरा जिले में नाबालिग युवती का अपहरण कर उसकी जबरन शादी करा दी गई। पीड़िता के साथ आरोपियों ने जमकर मारपीट भी की थी। फिर उसके बाद आरोपियों ने गैंगरेप भी किया था। सोशल मीडिया पर जबरन फेरे लेने का वीडियो वायरल होने के बाद मामला सामने आया था। फिर आरोपियों को पकड़ा गया।
दुष्कर्म के बाद भट्ठी में जिंदा जलाया
भीलवाड़ा के कोटड़ी थाना इलाके में 3 अगस्त को रेप के बाद नाबालिग को जिंदा भट्टी में जला दिया था। बच्ची के कपड़े और चप्पल कोयला भट्टी के बाहर मिलने से घटना का खुलासा हुआ था। हालांकि, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। घटना ने प्रदेश को शर्मसार किया था।
धरियावद में बवाल, विपक्ष कर रहा सवाल
मणिपुर में दो आदिवासी महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना पर देशभर में बवाल मच गया था। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधकर इस घटना के लिए केन्द्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। अब प्रतापगढ़ के धरियावद में आदिवासी गर्भवती को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना हुई है। इसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पारिवारिक घटना बताकर किनारा करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं भाजपा सहित तमाम राजनीतिक पार्टियां उनके इस बयान को लेकर सवाल खड़े कर रही है। पार्टियां कह रही हैं कि सवाल तो पूछे ही जाएंगे। विपक्षी पार्टियों का कहना है कि सरकार जब घिरती है तो अपने बचाव के लिए इसे गंदी राजनीति बता देती है। यह राजनीति का नहीं बल्कि जागरूकता का विषय है।
सवाल विपक्ष नहीं तो कौन उठाएगा
आप के प्रदेशाध्यक्ष नवीन पालीवाल ने कहा कि इस विषय पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। सवाल विपक्ष नहीं उठाएगा तो कौन उठाएगा। जनता को भी सरकार से सवाल पूछना चाहिए कि आखिर पुलिस और इंटेलिजेंस तीन दिनों तक सोया क्यों रहा? हमारी पार्टी राजस्थान की कानून व्यवस्था पर लगातार प्रश्नचिह्न लगा रही है।
राजस्थान में महिला अपराध चरम पर
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि यह प्रकरण मानवता को शर्मसार करने वाला है। भाजपा-कांग्रेस की मिलीभगत से राजस्थान में अपराध बढ़ रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस सक्रिय हुई। ऐसे ने पुलिस से लेकर इंटेलिजेंस तक फेल नजर आई।
जुल्म-ज्यादतियों के आंकड़ों ने रिकॉर्ड तोड़े
बसपा के प्रदेशाध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि एससी-एसटी का तो प्रदेश में जीना ही दूभर हो गया है। कार्रवाई के लिए धरने-प्रदर्शन करने पड़ते हैं। दलित समाज के युवाओं की हत्याएं हो रही हैं, मुस्लिम समाज परेशान है। अगर विपक्ष ही सरकार पर सवाल नहीं उठाएगा, तो कौन उठाएगा। यह सच्चाई है कि जुल्म-ज्यादतियों के आंकड़ों ने देशभर के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
प्रदेश में चल रहा माफियाराज
आजाद समाज पार्टी के प्रदेश प्रभारी सत्यपाल चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री की संवेदनाएं मर चुकी हैं। प्रदेश में माफियाराज चल रहा है। जैसा माहौल होगा, उतना ही प्रदेश में क्राइम होगा। अफसरशाही बेलगाम है और प्रदेश में लूट मची हुई है, तो धारियावद और कुचामन जैसी घटनाएं होंगी ही। विपक्ष ऐसे मामलों पर सवाल नहीं उठाए, तो क्या चुप होकर बैठ जाए।