देर अल-बला (गाजा पट्टी), गुरुवार को मध्य गाजा में एक स्कूल पर इजरायली हमले में 5 बच्चों सहित कम से कम 30 लोग मारे गए.इजराइली सेना ने कहा कि इस स्कूल का इस्तेमाल ‘हमास के अड्डे’ के रूप में किया जा रहा था.स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी.यह हमला तब हुआ जब सेना ने कहा कि वह मध्य गाजा में नए हवाई और जमीनी अभियान शुरू कर रही है और एक अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा समूह ने हताहतों की संख्या में वृद्धि की सूचना दी है.
स्कूल पर हमले में 30 की मौत
अस्पताल के रिकॉर्ड और अस्पताल में एसोसिएटेड प्रेस के एक संवाददाता के अनुसार, देर अल-बला में अल-अक्सा शहीद अस्पताल में स्कूल पर हमले की वजह से कम से कम 30 शव मिले और एक घर पर अलग से किए गए हमले के बाद 6 और शव मिले.इससे पहले हमास द्वारा संचालित मीडिया ने स्कूल पर किए गए हमले में अधिक संख्या में लोगों के मारे जाने की सूचना दी थी.
स्कूल का ढाल के रूप में इस्तेमाल करने का दावा
इजराइली सेना ने कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने फिलिस्तीनियों को सहायता प्रदान करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी द्वारा संचालित स्कूल पर हमला किया. एजेंसी को UNRWA के नाम से जाना जाता है.इजराइली सेना ने दावा किया कि ‘हमास’ और ‘इस्लामिक जिहाद’ संगठनों ने अपनी गतिविधियों के लिए स्कूल का इस्तेमाल ढाल के रूप में किया.हालांकि, सेना ने तत्काल इसका कोई सबूत पेश नहीं किया.गाजा में ‘यूएनआरडब्ल्यूए’ स्कूल युद्ध की शुरुआत से ही आश्रय के रूप में काम कर रहे हैं.इस युद्ध के कारण 23 लाख से अधिक फिलिस्तीनियों की अधिकांश आबादी विस्थापित हो गई है.
इजराइली सेना ने दावा किया, ‘हमले के दौरान निर्दोष नागरिकों को नुकसान पहुंचने के जोखिम को कम करने के लिए हमला करने से पहले कई कदम उठाए गए थे, जिनमें हवाई निगरानी करना और अतिरिक्त खुफिया जानकारी शामिल हैं.’
नुसेरात शरणार्थी शिविर गाजा पट्टी के मध्य में है.यह मध्य गाजा में बना एक फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर है जो 1948 के अरब-इजराइल युद्ध के समय से है.युद्ध की शुरुआत 7 अक्टूबर को इजराइल पर हमास के हमले से हुई जिसमें कम से कम 1,200 लोग मारे गए और 250 अन्य लोगों को बंधक बनाया गया. गाजा पट्टी में इजराइली सैन्य अभियान में कम से कम 36,000 फलस्तीनी मारे गए हैं, जबकि इजराइली कब्जे वाले ‘वेस्ट बैंक’ में अभियानों में सैकड़ों अन्य मारे गए हैं.