रांची। झारखंड के दुमका जिले में गुरुवार देर रात कांवड़ियों के भेस में आए युवकों ने 30 से अधिक आपराधिक मामलों में वांछित एक गैंगस्टर की एक मंदिर के पास गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जमशेदपुर निवासी अमरनाथ सिंह सावन के महीने में बासुकीनाथ मंदिर में दर्शन के लिए अपने परिवार के साथ गुरुवार को दुमका पहुंचा था, तभी अज्ञात बंदूकधारियों ने उसे बहुत करीब से गोली मार दी।
दुमका के पुलिस अधीक्षक अंबर लाकड़ा ने बताया कि यह घटना गुरुवार देर रात करीब 12.45 बजे नंदी चौक के पास हुई। घटनास्थल पर छह खाली कारतूस पाए गए और पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा कि अमरनाथ सिंह को कितनी गोलियां मारी गई थीं। लाकड़ा के मुताबिक, अमरनाथ सिंह के खिलाफ 30 से 40 आपराधिक मामले लंबित थे, जिनमें से अधिकतर जमशेदपुर में दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि बंदूकधारियों की पहचान किया जाना अभी बाकी है।
लाकड़ा के अनुसार, बंदूकधारियों ने सावन मेले का फायदा उठाया और कांवड़ियों के भेस में हत्या की योजना को अमलीजामा पहनाया। सावन के महीने के दौरान हर साल लाखों कांवड़िये गंगा नदी से पवित्र जल लेकर शिव मंदिरों में चढ़ाने के लिए अपने कंधों पर लादकर कई किलोमीटर लंबी कांवड़ यात्रा करते हैं। कांवड़िए आमतौर पर भगवा रंग की पोशाक पहनते हैं। लाकड़ा ने कहा ऐसा लगता है कि यह घटना गैंगवार का नतीजा है। मामले की जांच जारी है।
इस बीच, घाटशिला थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग-33 पर पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद अमरनाथ सिंह गिरोह के 6 सदस्यों को पूर्वी सिंहभूम जिले से गिरफ्तार किया गया। मुठभेड़ में गिरफ्तार बदमाशों में से एक के पैर में गोली लगी है, जबकि कई पुलिकर्मियों के भी घायल होने की खबर है। पूर्वी सिंहभूम जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने कहा कि अपराधियों को गलत रास्ता छोड़ना होगा या फिर कड़ी कार्रवाई का सामना करना होगा।