जयपुर.प्रदेश में आज अलसुबह से बारिश का दौर जारी है. एक बार फिर मानसून एक्टिव होने के कारण जयपुर सहित कई शहरों में मूसलाधार बारिश हुई. जयपुर में सुबह 3.30 बजे से मूसलाधार बारिश शुरु हई. महज 3 घण्टे में साढ़े तीन इंच बारिश दर्ज की गई. जयपुर वासियों को बाढ़ का डर सताने लगा है. शहर में कई जगह पानी भर गया. पहले से जलमग्न बस्तियों में हालात और बिगड़ गए. मौसम विभाग ने राजधानी में अलर्ट जारी किया है. भारी बारिश के बाद कानोता बांध पर पानी की 6 इंच चादर चली है इधर, लबालब मानसागर झील यानी जलमहल के एकमात्र गेट को खोल दिया है. इसके साथ है आसपास के 5 बांधो पर भी चादर चलने की संभावना बढ़ गई है.
राजधानी में बारिश का असर रेल यात्राओं पर भी देखने को मिला. जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशिकिरण से मिली जानकारी के अनुसार जयपुर रेलवे स्टेशन के आगे ढेहर के बालाजी स्टेशन पर ट्रैक पर पानी भरने के बाद रेलवे प्रशासन ने जयपुर से चूरू, फुलेरा, रेवाड़ी जाने वाली गाड़ियों को रद्द कर दिया. रेलवे से जारी शेड्यूल के मुताबिक गाड़ी संख्या 4861, जयपुर-चूरू पैसेंजर, गाड़ी संख्या 09730, फुलेरा-जयपुर, गाड़ी संख्या 09635, जयपुर–रेवाड़ी और गाडी संख्या 09636, रेवाड़ी–जयपुर को आज रद्द कर दिया. इसके अलावा गाड़ी संख्या 19702, दिल्ली-जयपुर को जयपुर जंक्शन पर ही रोका गया है, उसे ढेहर का बालाजी तक नहीं जाने दिया. इसके साथ ही गाडी संख्या 04801, सीकर-जयपुर ट्रेन को चौंमू-सामोद तक ही चलाया गया है. चौंमू-सामोद से ढेहर के बालाजी (जयपुर) तक रद्द किया गया है.
भारी बारिश से सीकर रोड पर 3 फीट तक पानी भर गया है, दुकानों-घरों में पानी ही पानीहो गया, शहर के ढहर का बालाजी, मुरलीपुरा, सीकर रोड, सांगानेर, टोंक रोड, मानसरोवर, मालवीय नगर इलाके पर भारी बारिश से मेन रोड पर पानी जमा हो गया. सीकर रोड पर भारी बारिश से सड़कों पर नदी जैसे हालात बन गए. छोटे चौपहिया वाहन तो क्या बसें भी जाम हो गईं हैं.
राजधानी में लगभग 8 घण्टे से भारी बारिश का दौर जारी है भारी बारिश से जयपुर के कई जगहों पर जल भराव और नुकसान की स्थिति बन गई है. आपदा प्रभावित जगहों पर बचाव कार्य के लिए SDRF की टीमे मौके पर पहुंच गई है. SDRF के कमांडेंट राजकुमार गुप्ता ने हेल्पलाइन नम्बर जारी किए है. आमजन से अपील भी की जा रही है कि अगर आप कही भी मुसीबत की स्थिति में है तो इन नम्बरों पर सूचना दीजिए. SDRF के हेल्पलाइन नम्बर 0141-2759903 है.
अगर जयपुर में बाढ़ आती है तो इसके प्रभाव से खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान होने, कच्चे घरों, दीवारों और कमजोर इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान होने की भी आशंका जताई है. रेल, बस और हवाई यातायात प्रभावित होने की संभावना बढ़ जाएगा.
भारी बारिश के बीच राजधानी जयपुर के समीप कानोता बांध में 23 साल के इतिहास में पहली बार पानी की चादर चली. सैकड़ों लोग इस मौसम का आनंद उठाने और पिकनिक मनाने कानोता बांध की तरफ पहुंच गए. प्रशासन की ओर से सुरक्षा को लेकर कोई भी अधिकारी मौके पर मौजूद नही रहा. फिलहाल पूरे मामले को लेकर प्रशासन बेखबर हैं.