Trump Big Action Against Ukraine: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को दी जाने वाली सभी अमेरिकी सैन्य सहायता की आपूर्ति को तत्काल प्रभाव से अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है. ट्रंप का यह निर्णय अमेरिका के राष्ट्रपति के कार्यालय ‘ओवल ऑफिस’ में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ एक अभूतपूर्व टकराव के बाद सामने आया है.
अमेरिका ने यूक्रेन की सैन्य सहायता रोकी
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की एक खबर में एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि ट्रंप ने यूक्रेन को सभी अमेरिकी सैन्य सहायता की आपूर्ति को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है और यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है जिससे ” 1 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति प्रभावित होगी”
आदेश कब तक रहेगा प्रभावी ?
खबर में कहा गया है कि सैन्य सहायता रोकने का ट्रंप का निर्णय अमेरिकी नेता और उनके राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित वरिष्ठ सहयोगियों के बीच व्हाइट हाउस में कई बैठकों के बाद लिया गया. अधिकारी ने कहा कि यह आदेश तब तक प्रभावी रहेगा जब तक ट्रंप यह निर्धारित नहीं कर लेते कि यूक्रेन ने रूस के साथ शांति वार्ता के लिए प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है.
आदेश में ”यूक्रेन सुरक्षा सहायता पहल के माध्यम से सैकड़ों करोड़ अमेरिकी डॉलर की सहायता पर भी रोक लगा दी गई है. इस पहले के माध्यम से धन प्रदान किया जाता है और यूक्रेन इसका इस्तेमाल केवल अमेरिकी रक्षा कंपनियों से सीधे नए सैन्य हार्डवेयर खरीदने के लिए कर सकता है.”
अमेरिका यूक्रेन को अब दे चुका इतनी सहायता
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार, 24 फरवरी 2022 को रूस द्वारा यूक्रेन पर पूर्व नियोजित आक्रमण शुरू करने के बाद से अमेरिका अब तक 65.9 अरब अमेरिकी डॉलर की सैन्य सहायता प्रदान कर चुका है और 2014 में रूस के यूक्रेन पर शुरुआती आक्रमण के बाद से लगभग 69.2 अरब अमेरीकी डॉलर की सैन्य सहायता प्रदान की गई है.
ट्रंप और जेलेंस्की की तीखी नोकझोंक के बाद फैसला
रूस के साथ युद्ध के 3 साल पूरे होने पर यूक्रेन के लिए यह हालिया झटका ट्रंप और उपराष्ट्रपति जे. डी. वेंस की जेलेंस्की के साथ तीखी नोकझोंक के कुछ दिनों बाद सामने आया है. जेलेंस्की पिछले शुक्रवार को व्हाइट हाउस आए थे और दोनों देश एक दुर्लभ खनिज सौदे पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार थे. लेकिन ट्रंप और जेलेंस्की के बीच बातचीत वैश्विक मीडिया के सामने गरमागरम बहस में तब्दील हो गई.