Israel-Iran war : ईरान-इजरायल के बीच भीषण युद्ध जारी है। दोनों देश एक-दूसरे के ऊपर मिसाइल दाग रहे है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस युद्ध में अभी तक ईरान के 640 और इजरायल के 35 लोग मारे जा चुके है। अब देखना यह होगा कि यह जंग कब रुकेगी या फिर और भी ज्यादा हालात खराब हो जायेगे। यह तो आने वाला समय ही बतायेगा। इसी बीच इजराइल और ईरान जंग रोकने के उद्देश्य से घंटों चली कूटनीतिक वार्ता विफल रही। यूरोपीय मंत्रियों और ईरान के शीर्ष राजनयिक के बीच शुक्रवार को जिनेवा में चार घंटे तक बैठक हुई। ठीक इसी समय राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप युद्ध में अमेरिकी सेना के हस्तक्षेप पर विचार कर रहे थे और परमाणु रिएक्टरों पर संभावित हमलों को लेकर चिंताएं बढ़ गई थीं।
ईरान कूटनीतिक कदमों पर विचार करने के लिए तैयार
यूरोपीय अधिकारियों ने भविष्य में वार्ता की आशा व्यक्त की जबकि ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने कहा कि वह आगे भी वार्ता के लिए तैयार हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इजराइल की ओर से लगातार हमले किए जाने के कारण ईरान को अमेरिका के साथ वार्ता करने में कोई रुचि नहीं है। उन्होंने मीडिया से कहा, अगर हमले बंद हो जाएं और हमलावर को उसके अपराधों के लिए जवाबदेह ठहराया जाए तो ईरान कूटनीतिक कदमों पर विचार करने के लिए तैयार है।
वार्ता के लिए तारीख तय नहीं
इजराइल ने 13 जून को ईरान परमाणु और सैन्य ठिकानों, शीर्ष जनरलों और परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाकर हमले किए थे, जिसके जवाब में ईरान की ओर से हवाई हमले किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ गया था। वाशिंगटन में स्थित ईरानी मानवाधिकार समूह के अनुसार, ईरान में 263 आम नागरिकों समेत कम से कम 657 लोग मारे गए हैं और 2,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
इजराइली सेना के अनुमान के अनुसार, ईरान ने इजराइल पर 450 मिसाइलें और 1,000 ड्रोन दागकर जवाबी कार्रवाई की है। सेना के अनुसार, अधिकांश मिसाइलों और ड्रोन को इजराइल की बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली ने मार गिराया है, हालांकि इन हमलों में इजराइल में कम से कम 24 लोग मारे गए हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं।
इजरायली हमले में एक और न्यूक्लियर साइंटिस्ट की मौत
इजरायल के हमले में ईरान के एक और न्यूक्लियर साइंटिस्ट की मौत हो गई है। इजरायली मीडिया के मुताबिक एक इजरायली सेना अधिकारी ने दावा किया है कि यह हमला इजरायल की सेना IDF (इजरायल डिफेंस फोर्सेस) ने किया था।इजरायली अधिकारियों के मुताबिक, हाल ही में हुए धमाके का मकसद ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम से जुड़े एक वरिष्ठ साइंटिस्ट को निशाना बनाना था। शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, इस हमले में वह साइंटिस्ट मारे गए हैं। हालांकि, ईरान की तरफ से अभी तक इस घटना को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। इस घटना ने ईरान और इजरायल के बीच पहले से ही चले आ रहे तनाव को और बढ़ा दिया है।