नई दिल्ली। शादी ब्याह अब पारंपरिक रूप से संपन्न होने वाली रस्म नहीं रह गई है। आधुनिकता के इस दौर में युवा जोड़े जिंदगी के इस सबसे खूबसूरत लम्हें को किसी परीकथा सा रूप देना चाहते हैं। इसीलिए ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ लोकप्रिय हो रही हैं जहां जोड़े घर और शहर से दूर…दूसरे देश में या कई बार सात समंदर पार, हसीन वादियों, तारों भरी रात या अठखेलियां करती मखमली लहरों से सजे तट पर रेशम की डोरी से अपनी प्रेम कहानी बुनना चाहते हैं। डेस्टिनेशन वेडिंग में निश्चित रूप से लोग विविधतापूर्ण और लजीज भोजन एवं महंगे कपड़ों पर भी काफी धन खर्च करते हैं।
हाल ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में युगलों को भारत में ही डेस्टिनेशन वेडिंग की योजना बनाने के लिए प्रेरित किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने विदेश में ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ पर गंभीर चिंता जताई थी। उनका कहना था कि भारत के लोग अगर विदेशों की जगह देश में ही शादियां करते हैं तो देश का पैसा देश में ही रहेगा और अर्थव्यवस्था को मजबूती भी मिलेगी। प्रधानमंत्री की चिंता के बाद देश भर में डेस्टिनेशन वेडिंग को लेकर मंथन शुरू हो गया है।
डेस्टिनेशन वेडिंग की योजना बनाने वाले उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि घर से दूर शादी करने का चलन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक हालांकि, ऐसे जोड़े अधिक हैं जो विदेशों की तुलना में देश के भीतर ही रोमांटिक और ऐतिहासिक परिदृश्य वाले स्थान की तलाश करते हैं। वेडिंग प्लानर वेडिंगसूत्र डॉट कॉम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पार्थिप त्यागराजन का कहना है कि 10 प्रतिशत धनी मानी लोग ‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ का विकल्प चुनते हैं और इससे भी कुछ कम प्रतिशत लोग इस अवसर के लिए विदेश जाते हैं।
पार्थिप त्यागराजन ने कहा, ‘‘ राजस्थान, गोवा, महाबलीपुरम, केरल और मुंबई के अलावा दिल्ली के आसपास कुछ अन्य डेस्टिनेशन वेडिंग स्थलों में बड़ी संख्या में शादियां हो रही हैं। इसलिए, पैसे वाले 10 प्रतिशत लोग डेस्टिनेशन वेडिंग’ कर रहे हैं और उनमें से केवल 10-15 प्रतिशत ही इसके लिए विदेश जा रहे हैं। ’’ हाल के वर्षों में, विराट कोहली-अनुष्का शर्मा और दीपिका पादुकोण-रणवीर सिंह जैसे सेलिब्रिटी जोड़ों ने अपनी शादी के लिए इटली जाने का विकल्प चुना था। कियारा आडवाणी-सिद्धार्थ मल्होत्रा और कैटरीना कैफ-विक्की कौशल ने अपने-अपने घरों से दूर भारत में ही किसी दूसरे शहर में शादी करने का फैसला किया था।
कियारा आडवाणी-सिद्धार्थ मल्होत्रा की शादी सवाई माधोपुर के फोर्ट बरवारा में हुई थी, जबकि कैटरीना कैफ-विक्की कौशल ने अपनी शादी के लिए जैसलमेर के सूर्यगढ़ पैलेस को चुना था। इसके अलावा जोधपुर के उमेद भवन पैलेस में अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा और अमेरिकी गायक निक जोनास की शादी ने भी डेस्टिनेशन वेडिंग की योजना बना रहे युवा जोड़ों को आकर्षित किया था।
अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (सीएआईटी) के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल का अनुमान है कि हर साल लगभग 5,000 डेस्टिनेशन वेडिंग विदेशों में होती हैं, जिसमें लगभग 50,000 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान लगाया जा सकता है। व्यापार निकाय के मुताबिक देश में होने वाली शादियों के मुकाबले विदेशों में होने वाली शादियों पर काफी अधिक खर्च होता है।
सीएआईटी की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक शादी समारोहों से संबंधित उद्योग को इस बार भारत में होने वाली करीब 38 लाख शादियों से 4.7 लाख करोड़ रुपये की आय होने का अनुमान है। पिछले वर्ष इस उद्योग ने 32 लाख शादियों के माध्यम से 3.75 लाख करोड़ रुपये का कारोबार किया था। प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, ‘‘ यदि देश में डेस्टिनेशन वेडिंग इस भावना के अनुरूप आयोजित की जाए कि भारत का पैसा देश के भीतर ही खर्च किया जाए, तब न केवल भारतीय मूल्य विकसित होंगे बल्कि देश के व्यापार और अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा तथा बड़ी संख्या में रोजगार के स्थायी और अस्थायी अवसर भी उपलब्ध होंगे। ’’