Wednesday, August 27, 2025
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India GDP Growth : 10 साल में दिल्ली की जीडीपी 5.8% बढ़ी, हर नागरिक की कमाई में 7% की छलांग

पिछले दशक में दिल्ली की जीएसडीपी में 5.86% और प्रति व्यक्ति आय में 7.99% की औसत वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है। 2024-25 में जीएसडीपी 7.11 लाख करोड़ और प्रति व्यक्ति आय 4.93 लाख रुपये रहने का अनुमान है। हालांकि, राष्ट्रीय जीडीपी में दिल्ली का योगदान घटकर 3.79% हो गया है। कोविड-19 के बाद दिल्ली की अर्थव्यवस्था महामारी-पूर्व स्तर से आगे निकल चुकी है।

India GDP Growth Rate : दिल्ली के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) और प्रति व्यक्ति आय में पिछले दशक में क्रमशः पांच प्रतिशत और सात प्रतिशत से अधिक की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि के दौरान स्थिर मूल्य पर अखिल भारतीय सकल घरेलू उत्पाद में दिल्ली के जीएसडीपी योगदान में हालांकि गिरावट दर्ज की गई। इसमें कहा गया कि स्थिर मूल्य पर राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में दिल्ली का जीएसडीपी योगदान 2011-12 में 3.94 प्रतिशत था जिसके 2024-25 में 3.79 प्रतिशत रहने का अनुमान है। दिल्ली सरकार के आर्थिक एवं सांख्यिकी निदेशालय द्वारा हाल ही में जारी रिपोर्ट में कहा गया कि स्थिर (2011-12) कीमतों पर दिल्ली की जीएसडीपी 2011-12 में 3,43,798 करोड़ रुपये से बढ़कर 2024-25 में 7,11,486 करोड़ रुपये हो जाने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2011-12 से 2024-25 के बीच 13 साल की अवधि के दौरान इसकी औसत वार्षिक वृद्धि दर 5.86 प्रतिशत रही।

वर्तमान मूल्य पर हालांकि इसके 2011-12 के 3,43,798 करोड़ रुपये से बढ़कर 2024-25 में 12,15,003 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। 2011-12 से 2024-25 के बीच वार्षिक औसत वृद्धि दर 10.34 प्रतिशत रही। वर्तमान मूल्यों पर शुद्ध राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) के 2024-25 में 10,83,765 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान था जबकि 2011-12 के दौरान यह 3,14,650 करोड़ रुपये था, जो 10.14 प्रतिशत की वार्षिक औसत वृद्धि दर्शाता है। एनएसडीपी को राज्य आय के रूप में भी जाना जाता है। जीएसडीपी किसी अर्थव्यवस्था द्वारा किसी निश्चित अवधि में उत्पादित सभी वस्तुओं एवं सेवाओं की मात्रा का मौद्रिक माप है। यह राज्य की आर्थिक वृद्धि का भी एक संकेतक है।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के प्रभाव के कारण 2020-21 के दौरान दिल्ली की जीएसडीपी (स्थिर मूल्यों पर) में 8.96 प्रतिशत की गिरावट आई। हालांकि, अग्रिम अनुमानों में दिल्ली की अर्थव्यवस्था में 2024-25 में 6.21 प्रतिशत और 2023-24 में 9.16 प्रतिशत की वास्तविक वृद्धि होने की उम्मीद जाहिर की गई। इसका तात्पर्य यह है कि समग्र आर्थिक गतिविधियां महामारी-पूर्व के स्तर से आगे बढ़ गई है। रिपोर्ट में कहा गया कि मौजूदा कीमतों पर 2024-25 के लिए दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 4,93,024 रुपये आंकी गई है, जबकि 2023-24 के दौरान यह 4,59,408 रुपये थी, जो 7.32 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है। इसमें कहा गया कि 2011-12 से 2024-25 की अवधि में दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय की वार्षिक औसत वृद्धि दर वर्तमान मूल्य पर 7.99 प्रतिशत दर्ज की गई। वास्तविक रूप में दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 2024-25 में 2,83,093 रुपये आंकी गई, जबकि 2011-12 में यह 1,85,001 रुपये थी जिससे 3.46 प्रतिशत की औसत वार्षिक वृद्धि दर का पता चलता है।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रति व्यक्ति आय 2011-12 के 63,462 रुपये से बढ़कर 2024-25 में 1,14,710 रुपये हो गई है। इस दौरान औसत वार्षिक वृद्धि दर 4.75 प्रतिशत रही। रिपोर्ट कहती है कि वर्तमान मूल्य पर दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय 2024-25 के दौरान राष्ट्रीय स्तर की तुलना में 2.4 गुना अधिक होने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान स्थिर मूल्यों पर अखिल भारतीय सकल घरेलू उत्पाद में दिल्ली के जीएसडीपी का हिस्सा 3.79 प्रतिशत होने का अनुमान है।

Mukesh Kumar
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