Delhi Flood Alert: यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. जिसके चलते दिल्ली में बाढ़ का संकट मंडराने लगा है. आज सुबह यमुना नदी का पानी पुराने लोहे को छूने के बिलकुल करीब पहुंच गया. वहीं यमुना से सटे निचले इलाकों में जलभराव होने लगा है. जिसके बाद लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है.

बाढ़ की चेतावनी की गई जारी
दिल्ली में पुराने रेलवे पुल (ORB) पर बुधवार सुबह 8 बजे यमुना नदी का जलस्तर 206.83 मीटर दर्ज किया गया. नदी का जलस्तर और बढ़ने की आशंका के बीच अधिकारियों ने बाढ़ की चेतावनी जारी की है और जलस्तर 206.90 मीटर तक पहुंचने का अनुमान जताया है. मंगलवार शाम जारी बाढ़ एडवाइजरी में कहा गया है, मौजूदा संकेतों के अनुसार, 3 सितंबर, 2025 को सुबह 7 बजे तक जलस्तर 206.90 मीटर पहुंचने की संभावना है और उसके बाद जलस्तर बढ़ने की संभावना है.
VIDEO | Delhi: Visuals from Madanpur Khadar as people are being shifted to safer locations amid flood threat as Yamuna River water enters the locality.#DelhiRains #YamunaRiver
— Press Trust of India (@PTI_News) September 3, 2025
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/dn3YGOabUx
पुराने रेलवे पुल पर यातायात किया बंद
दिल्ली में यमुना नदी मंगलवार को निकासी के निशान को पार कर गई थी, जहां जलस्तर 206.03 मीटर दर्ज किया गया था और तब से इसमें वृद्धि हो रही है. जलस्तर बढ़ने के कारण, जिला प्रशासन निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है और ORB को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है.
#WATCH | Delhi | Visuals from Loha Pul, where the Yamuna River is flowing above the danger level following incessant rainfall.
— ANI (@ANI) September 3, 2025
Anticipating the possible flood situation, people residing in the low-lying areas have been shifted to safer locations as a preventive measure. pic.twitter.com/ttCpetF3RC
वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज हर घंटे पानी की निकासी
केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया, ‘जलस्तर बढ़ने का मुख्य कारण वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे छोड़े जा रहे पानी की भारी मात्रा है. पूर्वानुमान के अनुसार जलस्तर में और वृद्धि हो सकती है. सुबह 8 बजे हथिनीकुंड बैराज से नदी में 1.62 लाख क्यूसेक और वजीराबाद बैराज से 1.38 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया.
