Thursday, December 19, 2024
Homeताजा खबरRajnath Singh Siachen Visit: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया दुनिया के...

Rajnath Singh Siachen Visit: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन का दौरा,जवानों को संबोधित करते हुए कही बड़ी बात

नई दिल्ली, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन का सोमवार को दौरा किया और क्षेत्र में भारत की समग्र सैन्य तैयारियों की समीक्षा की.सिंह ने सियाचिन का दौरा ऐसे समय में किया जब रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र में भारतीय सेना की मौजूदगी को एक सप्ताह पहले 40 वर्ष हो गए.अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री ने सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे के साथ क्षेत्र में समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. राजनाथ सिंह ने सियाचिन में तैनात सैनिकों से भी बातचीत की.

”देश की संप्रभुता और दृढ़ता का प्रतिनिधित्व करता है”

सियाचिन बेस कैंप में जवानों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर पर आप जिस तरह से देश की रक्षा करते हैं, उसके लिए मैं आपको बधाई देता हूं. सियाचिन की भूमि कोई सामान्य भूमि नहीं है. यह एक प्रतीक है. यह देश की संप्रभुता और दृढ़ता का प्रतिनिधित्व करता है. हमारी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली है. मुंबई हमारी आर्थिक राजधानी है, हमारी तकनीकी राजधानी बेंगलुरु है, लेकिन सियाचिन वीरता और साहस की राजधानी है.’

”पर्व-त्योहार पहले सियाचिन की चोटियों पर मनाए जाने चाहिए”

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सियाचिन में जवानों को संबोधित करते हुए कहा, “.मेरे अनुसार दीपावली का पहला दीया, होली का पहला रंग भारत के रक्षकों के नाम होना चाहिए. हमारे सैनिकों के साथ होना चाहिए.पर्व-त्योहार पहले सियाचिन की चोटियों पर मनाए जाने चाहिए. राजस्थान के तपते रेगिस्तान में मनाए जाने चाहिए, हिन्द महासागर की गहराई में स्थित पनडुब्बी में जवानों के साथ मनाए जाने चाहिए.”

सबसे ऊंचे सैन्यीकृत क्षेत्र के रूप में जाना जाता है

काराकोरम पर्वतीय शृंखला में लगभग 20,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर दुनिया के सबसे ऊंचे सैन्यीकृत क्षेत्र के रूप में जाना जाता है जहां सैनिकों को शीतदंश और तेज हवाओं से जूझना पड़ता है.

अग्रिम चौकी पर महिला सैन्य अधिकारी की तैनाती

भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन मेघदूत’ के तहत अप्रैल, 1984 में सियाचिन ग्लेशियर पर अपना पूर्ण नियंत्रण स्थापित कर लिया था.भारतीय सेना ने पिछले कुछ वर्षों में सियाचिन में अपनी मौजूदगी मजबूत की है.पिछले साल जनवरी में सेना के ‘कोर ऑफ इंजीनियर्स’ की कैप्टन शिवा चौहान को सियाचिन में एक अग्रिम चौकी पर तैनात किया गया.इस प्रमुख युद्धक्षेत्र में किसी महिला सैन्य अधिकारी की यह पहली अभियानगत तैनाती है.

सेना के एक अधिकारी ने पिछले सप्ताह कहा था, ‘‘सियाचिन ग्लेशियर पर भारतीय सेना का नियंत्रण न केवल अद्वितीय वीरता और दृढ़ संकल्प की कहानी है, बल्कि प्रौद्योगिकी संबंधी प्रगति एवं साजो-सामान संबंधी सुधारों की एक अविश्वसनीय यात्रा भी है, जिसने इसे सबसे दुर्जेय इलाकों में शामिल इलाके से अदम्य उत्साह और नवोन्मेष के प्रतीक में बदल दिया.’’

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments