जयपुर। राजस्थान में कानून व्यवस्था बिगड़ने के दावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने रविवार को हमला बोला राज्य को बदनाम करने का आरोप लगाया। असम से कांग्रेस सांसद गोगोई ने यह भी दावा किया कि अपराध के मामले में भाजपा शासित मध्य प्रदेश की स्थिति राजस्थान से कहीं ज्यादा खराब है। जयपुर में संवाददाताओं से बातचीत में गोगोई ने कहा मध्यप्रदेश में अपराध राजस्थान की तुलना में बहुत अधिक है। दुख की बात यह है कि भाजपा राजस्थान को बदनाम करने पर तुली है।
भाजपा ने लंबे समय से राजस्थान में बिगड़ती कानून-व्यवस्था, विशेषकर महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को निशाना बना रही है। भाजपा के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि राजस्थान में नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म और हत्या जैसे जघन्य मामले सामने आए हैं लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने कभी कुछ कहने की जहमत नहीं उठाई। सिंह ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था इस तरह के जघन्य अपराध केवल राजस्थान में सामने आ रहे हैं। अगर देश में कहीं जंगल राज है, तो वह राजस्थान में है।
हालांकि, गोगोई ने भाजपा के आरोपों को खारिज कर दिया और दावा किया कि राजस्थान के लोगों ने कांग्रेस को सत्ता में वापस लाने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा कि जब महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया तो कांग्रेस उनके साथ खड़ी थी, लेकिन भगवा पार्टी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। पहलवानों ने उत्तर प्रदेश के केसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों का यौन शोषण करने का आरोप लगाया था। हालांकि, सिंह ने आरोपों से इनकार किया है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गोगोई ने दावा किया कि पार्टी प्रमुख खरगे की हालिया भीलवाड़ा रैली और रविवार को निवाई में प्रियंका गांधी वाड्रा की जनसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली की तुलना में अधिक लोग शामिल हुए। कांग्रेस सांसद गोगोई ने कहा कि स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य राज्य में 2 दिनों के लिए हैं। इससे पहले भी समिति के सदस्य 4 दिन के लिए प्रदेश में आये थे। गोगोई ने कहा कि राजस्थान में 52 सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस बार-बार चुनाव हार रही है और पार्टी का लक्ष्य आगामी चुनावों में उनमें से कई सीटों पर जीत दर्ज करने का है।