जयपुर। विश्व युवा दिवस पर सीएम गहलोत ने शिक्षा नगरी कोटा में छात्रों की आत्महत्या मामले में एक बयान दिया. सीएम गहलोत ने बोला की आप जो बनना चाहें वो बने… लेकिन हिम्मत ना हारें’. राजधानी में आज विश्व युवा दिवस के मौके पर कृषि अनुसंधान केन्द्र में ‘युवा महापंचायत’ नाम से कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस कार्यक्रम में सीएम अशोक गहलोत, विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी, NSUI के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार के अलावा कई युवा नेता शामिल रहे.
युवा महापंचायत को संबोधित करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि कोटा में हो रही घटनाओं को देखकर काफी दुखी हूं. मैं छात्रों के परिजनों से भी कहना चाहता हूं कि उन पर किसी तरह का दबाव ना डालें और वो जो बनना चाहते हैं वो बनने दें. सीएम गहलोत ने कहा कि मैं खुद बचपन में डॉक्टर बनना चाहता था, जिसके लिए काफी मेहनत भी की लेकिन बाद में समाज सेवा और राजनीति में आ गया जहां कई पद मिले लेकिन मैंने कभी हिम्मत नहीं हारी.
पिछले कुछ दिनों से लगातार कोटा में सुसाइड के मामले पर सीएम गहलोत ने दुख जताते हुए कहा कि पिछले 8 महीनों में 20 बच्चों ने सुसाइड किया है जो हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए. उन्होंने बताया कि मैं डॉक्टर बनना चाहता था लेकिन नहीं बन सका तो हिम्मत नहीं हारी और राजनीति में आया. बच्चों के परिजनों को मै बोलना चाहूगां कि इन पर किसी तरह का दबाव नहीं डालें क्योंकि जिसको जो बनना है वो फिक्स है, किसी को नहीं पता कौन क्या बनेगा. उन्होंने कहा कि हालात बहुत गंभीर है ऐसे में बच्चों पर किसी तरह का दबाव नहीं डाला जाए और काउंस्लिंग ऐसी हो कि बच्चे जो करना चाहते हैं वो कर सके.