बेंगलुरु। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 19 अगस्त को लगभग 70 किलोमीटर की ऊंचाई से Chandrayaan-3 मिशन के लैंडर पोजिशन डिटेक्शन कैमरे (LPDC) से ली गई चंद्रमा की तस्वीरें मंगलवार को जारी कीं।
ISRO ने बताया कि LPDC से ली गई तस्वीरें यान पर मौजूद चंद्रमा के संदर्भ मानचित्र के साथ मिलान करके इसकी स्थिति (अक्षांश और देशांतर) निर्धारित करने में मिशन के लैंडर मॉड्यूल (LM) की सहायता करती हैं। LM के बुधवार को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने की उम्मीद है।
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ISRO ने लैंडर हजार्ड डिटेक्शन एंड एवाइडेंस कैमरा (LHDAC) से ली गई चंद्रमा के सुदूर पार्श्व भाग की तस्वीरें सोमवार को जारी की थीं। अहमदाबाद स्थित अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र (SAC) द्वारा विकसित यह कैमरा नीचे उतरते समय ऐसे सुरक्षित लैंडिंग क्षेत्र का पता लगाने में सहायता करता है, जहां चट्टानें या गहरी खाइयां न हों। SAC ISRO का प्रमुख अनुसंधान एवं विकास केंद्र है। ISRO के अनुसार, Chandrayaan-3 मिशन के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए लैंडर में LHDAC जैसी कई उन्नत प्रौद्योगिकियां हैं।
Chandrayaan-2 की असफलता के बाद Chandrayaan-3 को 14 जुलाई को प्रक्षेपित किया गया था। Chandrayaan-3 को चंद्रमा की सतह पर सफलता से उतरने और विचरण करने की क्षमताओं को प्रदर्शित करने के लिए भेजा गया है।